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वरिष्ठ संवाददाता
यूनिक समय/ मथुरा। यमुना एक्सप्रेस वे पर जनपद के तीन थाना क्षेत्र की सीमाओं में अलग-अलग हत्या कर फेंके गए दो बच्चों और महिला के शवों का राज करीब एक साल बाद खुल गया। हत्या करने वाला कोई और नहीं उनका पिता ही निकला। पिता ने अपनी पत्नी बच्चों की गला घोंटकर हत्या अपने दोस्तों के सहयोग से की थी। पुलिस ने एक हत्या आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि यमुना एक्सप्रेस वे पर मथुरा जनपद के थाना नौहझील, सुरीर में दो नवंबर को एक आठ वर्षीय और एक दस वर्षीय बच्चों के शव अलग-अलग स्थानों पर पड़े मिले थे। इसी तरह दो दिन बाद थाना बलदेव के गांव कासिमपुर की सर्विस रोड के समीप झाड़ियों से पुलिस ने एक महिला की लाश बरामद की थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण तीनों का गला घोंटना आया था। इसके साथ ही हत्या का समय भी करीब-करीब एक जैसा ही था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया। घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस की टीमों को लगाया। एसएसपी के निर्देश पर दोबारा इस घटना का अनावरण करने के लिए स्वांंट टीम सहित कई थानों की टीम को लगाया। स्वांट टीम ने लगातार कई-कई घंटे इस घटना पर काम किया।
कई प्रदेशों में भी महिला और बच्चों की जानकारी की। इसके साथ ही टीमों ने लखनऊ , फिरोजाबाद, फरीदाबाद और दिल्ली तक के कई थानों से संपर्क किया। बच्चों और महिला की दर्ज होने वाली गुमशुदगी का भी अध्यन किया। स्वाट और पुलिस टीमों की मेहनत रंग लाई । जाफरपुर थाने में दर्ज गुमशुदगी से पता लगा कि मृतक महिला करिशमा देवी पत्नी यशपाल निवासी करनपुर थाना एका जनपद फिरोजाबाद है, बच्चों का नाम दिव्यांश व सूर्याश है। महिला गांव फरीदा थाना एका जनपद फिरोजाबाद की रहने वाली है। पुलिस के हाथ अब पुख्ता जानकारी आ चुकी थी। पुलिस ने इस पर पूरी लगन से काम किया और हत्या में शामिल अभियुक्त अजय कुमार को बाजना कट के गांव पारसौली के समीप से गिरफ्तार कर लिया। अजय ने सारी घटना का खुलासा कर दिया। महिला ने तीसरी शादी यशपाल से की थी। यशपाल दोनों बच्चों दिव्यांश व सूर्याश को अपने साथ नहीं रखना चाहता था। यशपाल ट्रक ड्राईवर है और जाफरपुर के नजफगढ़, ढासा बोर्डर दिल्ली में किराए के मकान में रह रहा था। करिशमा देवी का एक बच्चा पहले पति से था और दूसरा उसके देवर नोएडा में सिक्योरिटी गार्ड उपेंद्र का था। उपेंद्र से भी महिला के सबंध विच्छेद हो चुके थे। यशपाल ने पत्नी और बच्चों की हत्या करने के लिए साथी के साथ योजना बनाई।
एक नवंबर को उसने दीपावली पर पत्नी करनपुर भेजने के लिए ट्रक से दिल्ली से बादली ढांसा बॉर्डर पहुंचे। योजना के अनुसार यहां रवि अपनी स्कार्पियो कार लेकर करीब साढ़े दस बजे आ गया। गाड़ी से सभी लोग फिरोजाबाद के लिए चल दिए। एक्सप्रेस वे पर रास्ते में इन लोगों ने करिशमा देवी की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद दोनों बच्चों को भी इसी प्रकार मार दिया। नौहझील और सुरीर के बीच बच्चों की लाशों को फैंक दिया। इसके बाद महिला के कपड़े फाड़ने के बाद बलदेव क्षेत्र में उसकी लाश को फेंक दिया। इसके बाद बचने के लिए थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी। यशपाल ने अजय को इनकी हत्या के लिए डेढ़ लाख रुपये में सौदा किया था। अजय को कुछ पैसे दे दिए थे और कुछ बाकी रह गए थे। पुलिस ने अजय को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक देशी तमंचा और कारतूस भी बरामद किए है। यशपाल की पुलिस तेजी से तलाश कर रही है। एसएसपी ने टिपल मर्डर का खुलासा करने वाली टीम को ईनाम देने की घोषणा की है। टीम में थाना प्रभारी नौहझील प्रदीप कुमार,सर्विलास प्रभारी उप निरीक्षक विकास कुमार, थाना अध्यक्ष शेरगढ़ सोनू कुमार, स्वांट टीम प्रभारी अमित भाटी, हरवीर सिंह, परवेद्र उप निरीक्षक सोनू सिंह आदि शामिल थे।
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