
यूनिक समय, नई दिल्ली। अहमदाबाद में एअर इंडिया के विमान दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत दुनिया के प्रमुख नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। ट्रंप ने इस हादसे को अब तक के सबसे भयावह हवाई हादसों में से एक बताते हुए भारत को हर संभव मदद की पेशकश की।
12 जून 2025 को एअर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रही थी, टेकऑफ के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह हादसा बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल के पास हुआ, जहां विमान गिरने से 241 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में भारतीय नागरिकों के साथ-साथ ब्रिटिश, पुर्तगाली और कनाडाई नागरिक भी शामिल हैं। एकमात्र जीवित बचने वाला यात्री ब्रिटिश मूल के भारतीय नागरिक विशवास कुमार रमेश हैं।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस हादसे को “हवाई इतिहास की सबसे भयावह दुर्घटनाओं में से एक” करार दिया। उन्होंने कहा, “यह एक बहुत ही दुखद हादसा था। हमने भारत को सूचित किया है कि हम किसी भी तरह से मदद करने के लिए तैयार हैं। भारत एक मजबूत राष्ट्र है, और मुझे पूरा यकीन है कि वे इस स्थिति से निपट लेंगे, लेकिन हम अपनी तरफ से हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।”
इस त्रासदी पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “हृदयविदारक” बताया और पीड़ितों के परिवारों के लिए हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय ने भी इस हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी शोक संदेश भेजे हैं।
एअर इंडिया के विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे। इनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक थे। विमान टेकऑफ के 59 सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ, और इसके साथ ही कुछ छात्रों की जान भी गई, क्योंकि विमान हॉस्टल के पास गिरा था। हादसे के बाद आग की लपटें और धुएं का एक विशाल गुबार दिखाई दिया।
भारत के विमानन दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) और ब्रिटेन की एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच भी जांच में मदद के लिए भारत पहुंचने वाली हैं। बोइंग के सीईओ केली ऑर्टबर्ग ने शोक व्यक्त करते हुए आश्वासन दिया कि उनकी कंपनी जांच में पूरा सहयोग करेगी।
एअर इंडिया ने इस हादसे की पुष्टि की और पीड़ितों के परिवारों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। टाटा ग्रुप, जो एअर इंडिया का मालिक है, ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है और घायलों के इलाज का खर्च भी उठाने का वादा किया है।
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