
यूनिक समय, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पिछले दो महीनों में पांचवीं बार तमिलनाडु पहुंचे हैं। इस बार भी उनका दौरा खासा अहम माना जा रहा है, क्योंकि इसका उद्देश्य राज्य में एनडीए को मज़बूत करना और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति तैयार करना है। चेन्नई में आज भाजपा की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हो रही है, जिसमें अमित शाह प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों के साथ आगामी चुनावों की तैयारियों और संभावित गठबंधनों पर मंथन करेंगे।
इस दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य के प्रमुख सामाजिक और वैचारिक नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। इन मुलाकातों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक और तमिल पत्रिका ‘तुगलक’ के संपादक एस. गुरुमूर्ति से बातचीत भी शामिल है। 2021 में पूर्व आईपीएस अफसर के. अन्नामलाई के पार्टी की कमान संभालने के बाद से बीजेपी राज्य में सक्रिय और चर्चित हुई है, लेकिन अभी तक उसे द्रविड़ राजनीति की ज़मीन पर ठोस चुनावी सफलता नहीं मिल पाई है। 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी ने अकेले दम पर चुनाव लड़ा और वोट प्रतिशत में इजाफा हुआ, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत सकी।
अमित शाह इस दौरे में संभावित गठबंधन दलों से बातचीत कर गठबंधन की नींव मजबूत करने की कोशिश करेंगे। दूसरी ओर, डीएमके केंद्र सरकार पर भाषा नीति, हिंदी थोपे जाने और परिसीमन जैसे मुद्दों को लेकर हमलावर है। पार्टी इसे “चेन्नई बनाम दिल्ली” का भावनात्मक मुद्दा बनाकर जनता को mobilize करना चाहती है।
अमित शाह की नजर तमिल सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता विजय की नई पार्टी एनटीके पर भी है, जो हाल ही में डीएमके विरोधी तेवर दिखा रही है। अगर अन्नामलाई की विदाई के बाद समीकरण अनुकूल बने, तो एनटीके के साथ भी बातचीत की संभावनाएं खुल सकती हैं।
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