उन्नाव रेप कांड में नया मोड़, पीड़िता की मां ने कहा—कहीं नहीं जाएंगे, यहीं लड़ाई लड़ेंगे!

नई दिल्ली। उन्नाव रेप कांड मामले में हर दिन नया मोड़ आ रहा है। पहले सुप्रीम कोर्ट ने मामले में संज्ञान लिया, फिर सभी मामलों को दिल्ली स्‍थानांतरित (ट्रांसफर) करने का आदेश दिया. इसके बाद पीड़िता की मां ने बयान दिया कि वो अब लखनऊ छोड़कर दिल्ली बस जाएंगे और फिर कभी नहीं लौटेंगे. लेकिन अब एक रिपोर्ट के अनुसार पीड़िता की मां ने लखनऊ में ही रहने की बात कही है. उन्होंने कहा कि वो अब लखनऊ में ही रहेंगे और कुलदीप सेंगर के खिलाफ न्याय की लड़ाई जारी रखेंगे.

सुप्रीम कोर्ट के फैसले से खुश
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार पीड़िता की मां ने कहा कि वो सुप्रीम कोर्ट के दिए फैसले से खुश हैं. उन्होंने कहा कि अब हम लखनऊ में ही रहेंगे और यहीं पर बेटी का इलाज करवाएंगे. यदि यहां के डॉक्टर जवाब दे देते हैं तो हम दिल्ली जाने के बारे में सोचेंगे. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरह से मामले में दखल दिया है उससे हमें उम्मीद दिखी है. अब हमें न्याय मिलेगा.

बीजेपी को पहले ही कर देना था ये काम
पीड़िता की मां ने कहा कि बीजेपी को जो काम बहुत पहले कर देना था वो अब किया गया है. आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर को पार्टी से निकालने के निर्णय पर बीजेपी ने काफी देर कर दी.

पीड़िता के परिजनों को दिया 25 लाख का चेक
इस बीच सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार रात डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पीड़िता के परिवार को 25 लाख रुपए का चेक सौंपा. गुरुवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने 24 घंटे के अंदर पीड़िता को आर्थिक मदद देने का निर्देश दिया था. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने रेप और पीड़िता के एक्सीडेंट मामले से संबंधित सभी 5 केस को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट ट्रांसफर कर नियमित सुनवाई का आदेश दिया है.

पीड़िता और उसके परिवार को CRPF की सुरक्षा
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार देर रात रेप पीड़िता और उसके परिजनों को सीआरपीएफ की सुरक्षा मिल गई. देर रात सीआरपीएफ की टीम लखनऊ के ट्रामा सेंटर पहुंची और पूरी व्यवस्था अपने हाथों में ले लिया. सुरक्षाकर्मी हर आने-जाने वालों पर निगाह बनाए हुए हैं.

बता दें कि रायबरेली से उन्नाव लौट रही पीड़ित युवती के कार को बेकाबू ट्रक ने टक्कर मार दी थी. इस दुर्घटना में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई थी. जबकि पीड़ित लड़की और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इन दोनों का इलाज लखनऊ के केजीएमयू ट्रामा सेंटर में चल रहा है. पीड़िता और उसका वकील अभी भी वेंटीलेटर पर है और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है.

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