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नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस से बचाव के लिए बड़े स्तर पर टीकाकरण चल रहा है। अब तक भारत में 22 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है। जबकि किसी पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं देखने को मिला है। वैक्सीन लेने वाले कुछ लोगों ने कुछ दुष्प्रभाव या हल्की बीमारी की सूचना दी है। बड़ी संख्या में विशेषज्ञों ने बताया है कि ये बहुत कम मामलों में संभावित है। महाराष्ट्र कोविड 19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी ने जानकारी दी है कि भारत में इस्तेमाल हो रही दोनों वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सिन पूरी तरह सुरक्षित हैं। कुछ मामलों में जरूर कुछ साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते हैं। यहां हम आपको टीकाकरण से जुड़े के तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं…
टीकाकरण से पहले-अगर किसी व्यक्ति को दवाओं से एलर्जी है, तो किसी डॉक्टर से पूरी तरह से स्पष्ट होना महत्वपूर्ण है। कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी), सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी) या इम्युनोग्लोबुलिन-ई (आईजीई) के स्तर को डॉक्टरी सलाह के तहत जांचा जा सकता है।टीकाकरण से पहले अच्छी तरह से खाना खाना चाहिए और दवाएं लेनी चाहिए (अगर डॉक्टर की ओर लिखी गई हों तो)। जितना हो सके आराम से रहने की कोशिश करनी चाहिए. काउंसलिंग उन लोगों की मदद कर सकती है, जो चिंतित महसूस कर रहे हैं।
मधुमेह या रक्तचाप वाले लोगों को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए। कैंसर के मरीजों विशेष रूप से कीमोथेरेपी कराने वालों को डॉक्टरी सलाह पर ही कार्य करना चाहिए। जिन लोगों को कोविड-19 इलाज के हिस्से के रूप में रक्त प्लाज्मा या मोनोक्लोनल एंटीबॉडी प्राप्त हुए हैं या जो पिछले डेढ़ महीने में संक्रमित हुए हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अभी वैक्सीन न लें।
टीकाकरण के बाद- किसी भी तत्काल गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने करने वाले की निगरानी वैक्सीन केंद्र में ही की जाती है. लोगों को यह सुनिश्चित करने के बाद ही जाने दिया जाता है कि ऐसा नहीं है।
इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द और बुखार जैसे दुष्प्रभाव आम हैं. यह घबराने की कोई वजह नहीं है। कुछ अन्य दुष्प्रभाव जैसे ठंड लगना और थकान की भी उम्मीद की जा सकती है, लेकिन ये कुछ दिनों में दूर हो जाते हैं।
जरूरी बातें- वैक्सीन हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बाहरी खतरे को पहचानना और उससे लड़ना सिखाती हैं. आमतौर पर टीकाकरण के बाद शरीर को वायरस से सुरक्षा (प्रतिरक्षा) बनाने में कुछ हफ्ते लगते हैं। इसका मतलब यह है कि टीकाकरण के तुरंत बाद कुछ दिनों में व्यक्ति अभी भी कोविड-19 से संक्रमित हो सकता है, क्योंकि उस व्यक्ति के पास प्रतिरक्षा विकसित करने के लिए पर्याप्त समय नहीं होगा। टीकाकरण के बाद भी बुनियादी एहतियाती उपायों का पालन किया जाना चाहिए. सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क, हाथ की स्वच्छता और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखना चाहिए।
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