अग्निपथ स्कीम का हिंसक विरोध: बीजेपी नेता निशाने पर, बिहार के 10 नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई

नई दिल्ली। मोदी सरकार की नई सैन्य भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। युवाओं का विरोध प्रदर्शन बेहद उग्र और हिंसात्मक हो चुका है। जगह-जगह आगजनी हो रही है। तेलंगाना में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भिड़ंत में सिकंदराबाद के एक किशोर की जान चली गई है। इस हिंसात्मक विरोध में सबसे अधिक निशाने पर बीजेपी के नेता हैं। युवाओं के गुस्से को देखते हुए बिहार बीजेपी के दस नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बिहार बीजेपी के दस नेताओं को वीआईपी सुरक्षा देते हुए सीआरपीएफ तैनात किया गया है।

Y कैटेगरी की सुरक्षा कवर दिया गया
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बिहार के दस नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। यह सुरक्षा सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी की रिपोर्ट पर दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी के बिहार प्रदेश के दस नेताओं व विधायकों को युवाओं के प्रदर्शन की वजह से जान माल का नुकसान है। सीआरपीएफ को तत्काल आदेश दिया गया है कि वह अपने यूनिट्स के कमांडोज को तत्काल प्रभाव से वाई श्रेणी सुरक्षा कवर वाले नेताओं के लिए तैनात करें।

इन नेताओं को मिली है वाई श्रेणी की सुरक्षा
राज्य की उप मुख्यमंत्री रेणु देवी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, बिस्फी के विधायक हरिभूषण ठाकुर, दरभंगा के एमएलए संजय सरावगी सहित दस नेताओं को सुरक्षा प्रदान की गई है।

वाई श्रेणी में क्या होती है सुरक्षा व्यवस्था?
गृह मंत्रालय के अनुसार वाई श्रेणी के सुरक्षा कवच में दो-तीन कमांडो सुरक्षाकर्मी होंगे। एक पूरा एस्कॉर्ट इन नेताओं के साथ हर पल साथ रहेगा।

अग्निपथ स्कीम में सबसे अधिक विरोध बिहार में…
अग्निपथ योजना का सबसे अधिक विरोध बिहार में हो रहा है। हालांकि, सात से अधिक राज्यों में हिंसक प्रदर्शन और विरोध हो रहे हैं। लेकिन बिहार में पहले दिन से ही यह विरोध प्रदर्शन शुरू होकर अभी तक जारी है। दर्जनों ट्रेनों, थाने, बस, अन्य गाड़ियों को आग के हवाले किया जा चुका है। बेतिया में उप मुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास पर भी युवाओं की उग्र भीड़ ने हमला कर दिया था। इसके अलावा कई जिलों में बीजेपी कार्यालय में भी काफी तोड़फोड़ की गई है।

 

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