वृन्दावन। बुधवार को कुंभ वैष्णव बैठक मैदान में आयोजित ब्रज रज उत्सव में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे। पवनहंस हेलीपैड पर उतरने के बाद वे सीधे पर्यटन सुविधा केंद्र पहुंचे। वृंदावन में कुंभ स्थल पर आयोजित हो रहे ब्रजरज उत्सव का शुभारंभ करने से पहले मुख्यमंत्री ने संतों के साथ भोजन किया। यहां संतों के साथ समागम करने के बाद अपने संबोधन की शुरूआत राधे रानी, यमुना महारानी और सब संतन की जय के साथ की।
सीएम योगी बोले कि मेरी इच्छा थी कि जब पावन भूमि पर आऊं तो सन्तों का सानिध्य मिले। सन्तों के सानिध्य से कठिन से कठिन चुनौती महोत्सव में बदलती है । हमने कुम्भ पूर्व वैष्णव बैठक की थी। हमारे कार्यक्रम पर बिहारी लाल की कृपा हुई कि कार्यक्रम सकुशल समन्न्न हुआ। उस दौरान कोई कोरोना का संकट नहीं रहा। इसके बाद जय श्री राम के जयकारे के साथ संबोधन समाप्त हुआ। मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व ही टीएफसी में संतों को भोजन प्रसाद के लिए कतार बैठाया दिया गया था। इसके बाद उन्होंने करीब 500 साधु-संतों के साथ प्रसाद ग्रहण किया। प्रसाद ग्रहण करते हुए योगी आदित्यनाथ ने साथ बैठे साधु संतों से उनका हाल-चाल भी जाना। जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं सभी संतों को अपने हाथों से भोजन प्रसादी वितरित कर संतो के साथ स्वयं ने प्रसाद ग्रहण किया। वहीं मंच पर ध्रुपद गायक आनंद कुमार मलिक एवं साथियों द्वारा ध्रुपद धमार गायन किया गया। पूरे परिसर में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। सभी संतो समेत अन्य लोगों को मेटल डिटेक्टर से चेकिंग के बाद ही अंदर प्रवेश दिया गया।
टीएफसी में संतों को भोजन प्रसाद में मूंग की दाल का हलवा, गुलाब जामुन, खीर, बूंदी के लड्डू, मोहनथार, पूड़ी, कचौड़ी, रायता, चटनी, काशीफल की सब्जी, आलू पकौड़ी सब्जी एवं गोभी आलू की सब्जी परोसी गयी थी। संतों ने प्रसादी ग्रहण करने के पश्चात मुख्यमंत्री योगी अदित्य नाथ का आभार जताया। भले ही योगी आदित्यनाथ एक मुख्यमंत्री हैं, लेकिन जब संत-महंतों के बीच पहुंचते हैं, तो पूरी तरह धर्म के रंग में रंग जाते हैं। बुधवार को संत-महंतों के साथ सामूहिक भोजन के लिए जब सीएम बैठे तो माहौल गुरु शिष्य परंपरा को दर्शा रहा है। वहीं संतों के बीच खासा उत्साह भी दिख रहा है। सात्विक भोजन और धरती पर बैठकर धरती माता को सम्मान देने वाले सीएम कम ही होते हैं। ब्रज की रज पर कदम रखते ही सीएम योगी भक्ति भाव से परिपूर्ण हो जाते हैं। बिहारी जी के नाम स्मरण के साथ भक्ति का भाव उनकी आंखों में झलकने लगता है। धार्मिक नगरी की इस रंगत के साथ राजनीतिक माहौल भी अभी दिखाइ देगा। इनमें प्रमुख रूप से महंत हरिशंकर दास नागा, महंत फूलडोल बिहारी दास, महंत सुंदर दास, महंत लाडली शरण दास, संत मदन मोहन दास सहित ब्रज के अन्य साधु संत रहेंगे। मुख्यमंत्री के साधु संतों के साथ भोजन में अल्प संख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकबी, प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण भी मौजूद रहेंगे।
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