चौंका देगा सच: मोदी-योगी पर आग उगलने वाले कौन है ‘BJP’ के मिश्रा जी, जानिए

 

पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया के जरिये सुर्खियों में आने वाले पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र के ‘बनारस वाले मिश्रा जी’ के बारे में हर कोई जानना चाहता है कि वो कौन हैं और क्यों आखिर बीजेपी सरकार, खासकर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आग उगलते रहते हैं? तो आपको बता दें कि दरअसल ‘बनारस वाले मिश्रा जी’ का पूरा नाम हरीश मिश्रा है और वे कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं. 

हरीश मिश्रा की बातें ऐसी होती हैं मानो वो हिंदुत्ववादी अतिवादी नेता हो और गाहे-बगाहे किसी अनजान चैनल के रिपोर्टर को नसीहत देते नजर आते हैं. पिछले कई दिनों में उनके सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए है जिसमे वो कहीं चैनल के रिपोर्टर को धमकाते दिखते हैं तो कहीं नसीहत देते हैं और ये सब समकालीन विषयों पर उनकी बाइट होती है. हरीश दरअसल कांग्रेस के नेता हैं लेकिन उनका वीडियो बीजेपी के नेता के तौर पर वायरल होता है.

आजतक से बातचीत में हरीश मिश्रा ने बताया कि वे यूपी में यूथ कांग्रेस के कार्यकारिणी में सदस्य हैं और उनका जो भी बयान आता है वो सरकार के ऊपर तंज रहता है. उनका बयान सरकार की नीति और विचारों पर एक प्रहार के रूप में रहता है ताकि सरकार तक उनकी बात पहुंचे और सरकार कोई हल निकाल सके क्योंकि विरोध प्रदर्शन, धरना, चक्का जाम और सरकारी संपत्तियों को नष्ट करने से अच्छा है कि शब्दों का प्रहार किया जाए और सरकार अपने दायित्व का निर्वहन कर सके.
35 साल के हरीश म‍िश्रा ने राजनीति विज्ञान से बीए और फिर एमए, वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विवि से पूरा किया है. यूं तो वे छात्र राजनीति से लेकर अभी तक 15 सालों से सक्रि‍य रहे हैं और कांग्रेस पार्टी में न होने पर कांग्रेस के खिलाफ भी आवाज उठाई थी. 2016 में वाराणसी में कांग्रेस सेवा दल का अध्यक्ष बनाया गया. दो साल बाद पद से इस्तीफा देकर शिवपाल यादव के साथ व्यक्तिगत संबंधों के चलते उनसे जुड़े, लेकिन उनकी पार्टी से नहीं.

हरीश म‍िश्रा ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस से अपने पद से इस्तीफा दिया था, न कि पार्टी से. फिर उन्हे कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया और वे भविष्य में प्रदेश सचिव बनाए जा सकते हैं. उन्होंने बताया कि उनकी दुश्मनी बीजेपी से नहीं है, लेकिन वे बीजेपी की गलत नीतियों के खिलाफ प्रहार करके सरकार को चेतना में लाने की कोशिश करते हैं. 

उन्होंने अपने वायरल वीडियो के बारे में बताया कि अगस्त 2018 से लगातार मीडिया में इंटरव्यू और टीवी डिबेट में जाना होता है और उस दौरान पूछे गए सवालों का व्यंगात्मक जवाब देता रहा हूं. उन्होंने बताया कि जिस वेब चैनल पर वे वायरल हुए वह एक इंडिया लेवल का वेब चैनल है जिसके लाखों फॉलोवर हैं और समय समय पर उनके इंटरव्यू आते रहते हैं. अभी जेएनयू में छात्र-छात्राओं पर हमले उन्होंने अपना इंटरव्यू दिया है. दंगे और हिंसा पर जब तक बीजेपी की सरकार जाग नहीं जाती तब तक वे अपने व्यंग्य और विचारों के जरिये बीजेपी के निरंकुश शासन पर प्रहार करते रहेंगे. इसके लिए जो भी सजा मिलेगी उसे स्वीकार करेंगे.

 

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