मयंक अग्रवाल ने 15 मई 2016 को उसकी दुकान में दो सराफ की हत्या कर लूटे गए जेवरात की पहचान कर ली है। सराफ कांड में वादी अशोक अग्रवाल और चश्मदीद गवाह मयंक की गवाही के बाद मंगलवार को स्पेशल कोर्ट में लूट के सील बंद माल की पहचान कराई गई।
इस मामले में प्रतिष्ठान के मालिक मयंक अग्रवाल ने लूट के जेवरात और नकदी की पहचान की। लूटे गए माल में चूड़ी, हार, झुमकी, लटकन और 90 हजार रुपये के अलावा मोबाइल भी शामिल है। कोर्ट में पेश हुए गवाह मयंक की कड़ी सुरक्षा की गई।
वहीं, वारदात के अभियुक्त राकेश उर्फ रंगा, कामेश उर्फ चीनी को आगरा सेंट्रल जेल, नीरज को अलीगढ़ और विष्णु, आयुष और सौरभ को जिला कारागार से कोर्ट में पेश किया गया।
जमानत पर मौजूद अभियुक्त हर्षवर्धन, लखन माहौर और आदित्य भी कोर्ट में पेश हुए। एडीजीसी अबू अहमद रिजवी पप्पी ने बताया कि आगामी सुनवाई 22 मई को की जाएगी। इस दिन चश्मदीद रहे मेरठ के व्यापारी मोहम्मद इकबाल की गवाही होगी।
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