जयपुर. कोटा के जेके लोन हॉस्पिटल में एक माह में 100 से अधिक बच्चों की मौत के मामले में अब केंद्र सरकार भी हरकत में आ गई है. इसको लेकर अब केंद्र सरकार का एक दल शुक्रवार को कोटा पहुंचेगा और लगातार हो रही मासूमों की मौत की समीक्षा करेगा. इस टीम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों सहित एम्स जोधपुर के डॉक्टर भी मौजूद रहेंगे. यह दल बाल चिकित्सा सेवाओं, कर्मचारियों और उपकरणों की उपलब्धता की समीक्षा करेगा. इसके साथ ही राज्य सरकार के साथ मिलकर एक संयुक्त कार्य योजना भी बनाई जाएगी.
वित्तीय सहायता भी दी जाएगी
वहीं बताया जा रहा है कि कार्य योजना बनाने के साथ ही कोटा मेडिकल कॉलेज को एनएचएम और राज्य चिकित्सा शिक्षा विभाग के जरिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी. साथ ही यह भी पता किया जाएगा कि हॉस्पिटल में किन उपकरणों की कमी है और उनको लगाने में कितना खर्च आएगा. यह दल केंद्र सरकार को एक विस्तृत रिपोर्ट भी देगा.
#Breaking : कोटा के जेके लोन अस्पताल में 1 महीने में 102 बच्चों की मौत, केंद्र सरकार की विशेषज्ञों की टीम आज जाएगी कोटा, विशेषज्ञों की टीम कोटा में अस्पताल का लेगी जायजा@jaspreet_k5
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104 मासूमों की थम चुकी हैं सांसें
वहीं कोटा के अस्पताल में मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को दो और मासूमों ने दम तोड़ दिया. जिसके बाद यह संख्या बढ़ कर 104 पहुंच गई है. गौरतलब है कि दिसंबर 2019 में ही अस्पताल में मासूमों की मौत की संख्या 100 पार कर गई थी.
ऑक्सीजन सिलेंडर से इंफेक्शन और ठंड बताया कारण
CM की अपील- न हो सियासत
वहीं मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोटा के जेके लोन अस्पताल बच्चों की मौत पर राजनीति नहीं करने की अपील की. गुरुवार को बयान जारी कर सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि इस मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि अस्पताल में बीमार बच्चों की मौत पर सरकार संवेदनशील है. कोटा के अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है. उन्होंने कहा कि हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे. मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
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