मथुरा के 17 जाबांजों ने भी लिखी शौर्य गाथा

महेश वाष्र्णेय
यूनिक समय, मथुरा। भारत-पाकिस्तान के बीच वर्ष 1971 में हुए युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सेना को घुटने टिकवा दिए थे। 03 दिसंबर 1971 को युद्ध शुरु हुआ था और 16 दिसंबर को खत्म हो गया।
सिर्फ 13 दिन चले युद्ध में पाकिस्तानी सेना के करीब 93 हजार सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। भारतीय सेना की जीत के बाद पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए। उसी समय एक और देश बंगलादेश बना। आज देश ने इस विजय की 49 वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई।

पाकिस्तान को धूल चटाने वाली जीत में मथुरा जिले के 17 वीर सपूत भी शौर्य गाथा में शामिल थे। उन्होंने भारत माता की खातिर सर्वोच्च बलिदान दिया था। भला कौन भूलेगा इन सपूत वीरों को। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विजय ज्योति यात्रा का शुभारंभ किया। यह यात्रा शौर्य गाथा लिखने वाले वीर सपूतों के गांव-गांव पहुंचकर एक साल बाद यानि विजय के 50 साल पूरे होने पर16 दिसंबर 2021 को नई दिल्ली पहुंचेगी।
शौर्य गाथा लिखने वालों में मथुरा के शामिल 17 लोगों में क्रमश: आर्मी नंबर 2853475 राइफलमैन नारायण सिंह निवासी ग्राम पैगांव, छाता, आर्मी नंबर 3146780 सिपाही चरण सिंह जाट निवासी बचगांव, आर्मी नंबर 3155244 सिपाही ओम प्रकाश निवासी देवियां का नगला पोस्ट सौंख, आर्मी नंबर 2863093 राइफलमैन केदार सिंह निवासी सौंख, आर्मी नंबर 13659920 राइफलमैन गोविंद सिंह निवासी रामनगर कॉलोनी राजपुर बांगर कुंज बिहारी आश्रम वृंदावन, आर्मी नंबर 2963425 सिपाही जगन्नाथ सिंह राजपूत निवासी रान्हेरा तहसील छाता, आर्मी नंबर 3159177 सिपाही मंगल सिंह जाट निवासी अरतौनी मथुरा, आर्मी नंबर 3158939 सिपाही मोहिंदर सिंह निवासी जादौनपुर बरौली महावन, आर्मी नंबर1035720 मोहिंदर सिंह निवासी ईदल घड़ी बाजना तहसील मांट, आर्मी नंबर 3158946 सिपाही सोनपाल सिंह निवासी जादौनपुर बरौली महावन, आर्मी नंबर 3143979 सिपाही ओमप्रकाश निवासी कारव महावन, आर्मी नंबर 3160963 सिपाही रामशरण सिंह पता ग्राम धनौटी जुगसना महावन, आर्मी नंबर 2954148 सिपाही नंको सिंह निवासी पीरपुर शेरगढ़ तहसील छाता, आर्मी नंबर 3144872 लांस नायक बिप्ती सिंह निवासी पता डमपुरा पैंठा मथुरा, आर्मी नंबर 1038257 कांवर पाल निवासी बयानी मथुरा, आर्मी नंबर 2862886 राइफलमैन चंद्रवीर सिंह निवासी मथुरा तथा आर्मी नंबर 2650728 ग्रेनेडियर्स छत्रपाल सिंह भवनपुरा अडीग मथुरा शामिल हैं। विजय दिवस पर इन सभी वीर सपूतों को यूनिक समय की ओर से शत-शत नमन्।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*