- महाराष्ट्र में 26 कैबिनेट-10 राज्यमंत्री बने
- महाराष्ट्र में कुल 10 MLA में से 4 मंत्री
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हुआ है. उद्धव सरकार में 36 नए मंत्रियों ने शपथ ली है, जिनमें एक उपमुख्यमंत्री, 25 कैबिनेट और 10 राज्य मंत्री शामिल हैं. कांग्रेस और एनसीपी ही नहीं बल्कि शिवसेना ने भी महाराष्ट्र में मुस्लिम समुदाय को अपने साथ साधे रखने के लिए अपने कोटे से मंत्री बनाया है.
महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना के कुल छह मुस्लिम विधायक हैं, जिनमें से चार को उद्धव ठाकरे कैबिनेट में जगह मिली है. एनसीपी ने अपने दोनों मुस्लिम विधायकों को कैबिनेट मंत्री बनाया है तो कांग्रेस ने एक को कैबिनेट मंत्री बनाया है. शिवसेना ने अपने एकलौते मुस्लिम विधायक को राज्यमंत्री बनाया है. महाराष्ट्र की सियासत में 12 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं और 10 मुस्लिम विधायक चुनकर आए हैं.
एनसीपी कोटे से नवाब मलिकको मिला पद
एनसीपी से नवाब मलिक को मुस्लिम कोटे से कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. नवाब मलिक एनसीपी प्रमुख शरद पवार के करीबी नेता माने जाते हैं. नवाब मलिक चेंबूर विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने हैं. वह पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं. पांचवी बार विधायक बने हैं और कांग्रेस-एनसीपी सरकार में भी मंत्री रहे हैं. मुंबई में एनसीपी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. नवाब मलिक मुंबई से एनसीपी से एकलौते विधायक चुने गए हैं. 2004 में अन्ना हजारे के आंदोलन के बाद नवाब मलिक को मंत्री पद से हटाया गया है.
एनसीपी कोटे से दूसरे मंत्री हसन मुशर्रफ
एनसीपी के दिग्गज नेता हसन मुशर्रफ को उद्धव सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. हसन मुशर्रफ एनसीपी का मुस्लिम चेहरा माने जाते हैं. कोल्हापुर जिले की कागल विधानसभा सीट से विधायक चुनकर आए हैं. पश्चिम महाराष्ट्र की सियासत के हसन मुशर्रफ कद्दावर नेता हैं. इससे पहले भी मंत्री रहे चुके हैं. कोल्हापुर में ओवैसी की पार्टी ने बहुत कोशिश की लेकिन हसन मुशर्रफ की जीत की राह को नहीं रोक सके.
कांग्रेस के तीन मुस्लिम विधायक में से असलम शेख मंत्री
असलम शेख कांग्रेस कोटे से मुस्लिम मंत्री बनाए गए हैं. असलम शेख ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. मुंबई के मलाड इलाके से वह विधायक चुनकर आए हैं. कांग्रेस से वह लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं. असलम कांग्रेस से मुस्लिम चेहरा माने जाते हैं. कांग्रेस से महाराष्ट्र में कुल 44 विधायक चुने गए हैं, जिनमें से तीन मुस्लिम विधायक बने हैं.
शिवसेना से एकलौते MLA बने मंत्री अब्दुल सत्तार
महाराष्ट्र में शिवेसना ने भी मुस्लिम मतों को ध्यान में रखते हुए अपने कोटे से अब्दुल सत्तार को मंत्री बनाया गया है. अब्दुल सत्तार को राज्यमंत्री बनाया गया है. अब्दुल सत्तार ने चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस का साथ छोड़कर शिवेसना का दामन थामा और पार्टी के एकलौते मुस्लिम विधायक चुनकर आए हैं, जिन्हें उद्धव ठाकरे ने अपनी कैबिनेट में जगह दी है. सत्तार औरंगाबाद जिले की सिल्लोड विधानसभा सीट से विधायक चुनकर आए हैं. इससे पहले वो कांग्रेस-एनसीपी सरकार में पशुपालन मंत्री पद पर रह चुके हैं.
महाराष्ट्र में कुल 10 विधायक चुने गए
बता दें कि महाराष्ट्र में इस बार 10 मुस्लिम विधायक चुनकर आए हैं. असदुद्दीन ओवैसी की एमआईएमआईएम पार्टी से डॉ. फारुक शाह धुले शहर सीट से और मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल कासमी मालेगांव सीट से विधायक बनकर आए हैं. समाजवादी पार्टी से दो विधायक बने हैं, जिनमें शिवाजी नगर-मानखुर्द सीट से अबू आसिम आजमी और भिवंडी (पूर्व) से रईस कासम शेख विधायक बने हैं.
महाराष्ट्र में कांग्रेस से तीन मुस्लिम विधायक चुने गए हैं, जिनमें मुंबादेवी से अमीन पटेल, बांद्रा पूर्व से जीशान बाबा सिद्दीकी और मलाड पश्चिम से असलम शेख चुने गए हैं. एनसीपी से दो विधायक मुस्लिम विधायक चुने गए हैं और शरद पवार ने दोनों नेता को मंत्री बनाया है. चेंबूर से नवाब मलिक और कागल से हसन मुशर्रफ विधायक बने जबकि औरंगाबाद में सिल्लोद सीट से अब्दुल सत्तार शिवसेना के टिकट पर विधायक चुने गए हैं.
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