उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी पार्टी के बहुत पुराने लीडर आज़म खान को लेकर बेहद डरे हुए हैं। यह डर उन्होंने यूपी विधानसभा के तीसरे दिन जाहिर किया है। मानसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही सुचारू रूप से शुरू भी नहीं हुई थी कि उससे पहले ही अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के सामने आजम खान को लेकर उनके मन में बैठे इस डर के बारे में बोलना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं वह इस वक्त इतने हड़बड़ी में थे कि यह डर उनके चेहरे में साफ देखा जा सकता था।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष से सदन में कहा किसदन के बहुत ही वरिष्ठ नेता आजम खान साहब की यूनिवर्सिटी को घेर लिया और यह पहली बार नहीं घेरा गया है। अध्यक्ष महोदय, लगातार घेर रहे हैं और इस बार तो तैयारी ये है कि कहीं कुछ ऐसा न हो जाये जैसे एक बम रख दिया या फिर AK-47 रख दी। अखिलेश आगे कहते है कि हो सकता है कि आजम खान साहब के यहां ये सब झूठी चीजें रख दी जाए और मुकदमा दर्ज कर लिया जाए। अध्यक्ष महोदय, चाहता हूं कि इस पर कम से कम कुछ हो जाए। उनको इस बात का डर है कि कहीं आजम खान की यूनिवर्सिटी से कोई बम या फिर AK-47 रायफल न बरामद कर ली जाए।
बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को सदन में प्रतापगढ़ के उस छात्र का मामला उठाया था, जिसने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के काफिले को काला झण्डा दिखाया गया था। पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया था लेकिन उसके घर से पांच देसी बम भी बरामद किए गए थे। इतना ही नहीं इससे पहले भदोही के ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्रा के ठिकाने से AK-47 रायफल और कारतूस बरामद किए गए थे। सपा मुखिया इन्हीं दोनों घटनाओं को आधार बनाकर योगी सरकार पर आरोप लगा रहे थे कि कहीं आजम खान को घेरने के लिए सरकार उनकी यूनिवर्सिटी से बम या फिर रायफन न बरामद करवा दे। दरअसल पिछले दो-तीन दिनों से जौहर यूनिवर्सिटी के कैम्पस में सर्च अभियान चल रहा है। इसी दौरान खुदाई में मशीनें के साथ-साथ किताबों को बरामद किया गया था।
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