मथुरा। जनपद में सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण माह मनाया जा रहा है । प्रतिदिन पोषण के प्रति आम जनमानस को जागरूक करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। जनपद में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण स्टाल/प्रदर्शनी का आयोजन किया गया ।इसमें स्टाल पर कार्यकर्ताओं ने विभाग द्वारा दी जा रही राशन सामग्री यथा दलिया,चना, दाल,चावल व रिफाइड तेल के साथ साथ इस स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हरी सब्ज़ियों व खाद्य पदार्थों के साथ बनने वाले विभिन्न प्रकार के पौष्टिक व्यंजनों का प्रदर्शन किया ।कई स्टॉलों पर मोटे अनाज से बनने वाले व्यंजनों का भी प्रदर्शन किया गया ।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगाई स्टॉल
स्टॉल/प्रदर्शनी के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं पुरुषों को इस बात के लिए जागरूक किया गया कि घर में उपलब्ध और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सस्ती खाद्य सामग्रियों जैसे सोयाबीन की बड़ी,चना,गुण,राजमा ,मसूर इत्यादि से भी पौष्टिक भोजन तैयार कर बच्चे को दिया जा सकता है ।इसके लिए महंगे खाद्य पदार्थों की आवश्यकता नहीं है। उपस्थित जनसमूह को स्टाल पर प्रदर्शित स्टाल के माध्यम से यह भी बताया गया कि किस आयु के बच्चे को कौन सी चीज़ खाद्य पदार्थ बच्चे की रुचि के अनुसार बनाकर दी जा सकती है।
ऐसे खाद्य पदार्थों को भी प्रदर्शित किया गया जो स्वादिष्ट होते हैं और बच्चे इनको अपनी रुचि के अनुसार खा सकते हैं ।पोषण स्टाल का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को इस बात के लिए जागरूक करना है की बच्चों को उनकी पसंद के अनुसार का भोजन खिलाया जाए तभी वह कुछ खाते हैं इसलिए बच्चों को वह खाना नहीं देना चाहिए जो बड़ों के लिए घर में बना हुआ है बल्कि ऐसे खाद्य पदार्थों पर आने चाहिए जो बच्चों को स्वादिष्ट भी लगे और वह उनके लिए पौष्टिक भी होना चाहिए ।
उपस्थित महिलाओं को छह माह के बाद बच्चों को उपरी आहार देने की शुरुआत ज़रूर कर लें ही चाहिए इसके बारे में जागरूक किया गया । ऊपरी आहार में कई चीज़ें बच्चों को दी जा सकती है जैसे – मसला हुआ केला ,उबले आलू मसलकर,पतली खिचड़ी जिसमें मौसमी हरी सब्ज़ियां पड़ी हों ,या मुलायम चावल घी डालकर,सूजी की खीर इत्यादि चीज़ें जो बच्चा आसानी से निगल सके ,खिलाना चाहिए इसके संबंध में जानकारी दी गई।
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