वाशिंगटन। दुनिया में लगातार बढ़ रहे तीसरे विश्वयुद्ध के खतरे ने दुनिया में हलचल पैदा कर दी है। ऐसी परिस्थितियों में दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र भारत और अमेरिका भी सजग हो चुके हैं। इजरायल-ईरान युद्ध की आशंका ने इस खतरे को और बढ़ा दिया है। ऐसे में भारत और अमेरिका ने अपनी रणनीतिक साझेदारी और द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूत करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा 3 दिवसीय यात्रा पर वाशिंगटन में हैं। भारत और अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में हुई प्रगति पर अमेरिकी अधिकारियों के साथ उन्होंने विस्तृत समीक्षा की।
क्वात्रा इस सप्ताह अमेरिका में हैं, जहां वह अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकें करेंगे और रक्षा तथा प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ बातचीत करेंगे। विदेश सचिव वाशिंगटन की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर थे और वह शुक्रवार को न्यूयॉर्क के लिए रवाना हो गए। भारतीय दूतावास द्वारा जारी बयान में कहा गया, ‘‘यह यात्रा दोनों देशों के बीच नियमित रूप से होने वाली उच्च स्तरीय बातचीत के क्रम में है और हमारी बढ़ती और भविष्योन्मुखी साझेदारी को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करती है।
बयान के अनुसार 10 से 12 अप्रैल की अपनी यात्रा के दौरान क्वात्रा ने भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में हुई प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। क्वात्रा ने प्रबंधन एवं संसाधन के लिए उप विदेश मंत्री रिचर्ड वर्मा, उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकें कीं। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद, रक्षा मंत्रालय और ऊर्जा मंत्रालय के प्रमुख अधिकारियों के साथ भी चर्चा की।
दूतावास ने कहा, ‘‘इन चर्चाओं में भारत-अमेरिका संबंधों, बढ़ते रक्षा और वाणिज्यिक संबंधों, लचीली आपूर्ति श्रृंखला और समकालीन क्षेत्रीय विकास के संपूर्ण पहलुओं पर चर्चा हुई। अब अगले हफ्ते अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन नई दिल्ली आ रहे हैं। वह भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने के लिए एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात और द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। (भाषा)
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