
- डीजीपी के आदेश के बाद मथुरा में आठ उपनिरीक्षक सहित 23 पुलिस कर्मी हुए सम्मानित
मथुरा। अब अच्छे कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को प्रशस्त्रि पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। उनके सम्मान वाले फोटो थाने के नोटिस बोर्ड पर लगाए जाएंगें, ताकि उनके साथी व थाने में आने जाने वाले लोग भी देखें कि पुलिस में अच्छे लोग भी हैं। इस संबंध में प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने सभी एसएसपी को निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपने आदेश में अच्छे काम की परिभाषा तय की है। इनका पालन जनपद में एसएसपी बबलू कुमार ने करना प्रारंभ कर दिया है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एसएसपी द्वारा आठ उप निरीक्षक सहित 23 पुलिस कर्मियों को प्रशस्त्रि पत्र देकर सम्मान किया गया।
बताते चलें प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह द्वारा पुलिस की छवि लगातार सुधारने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी प्रयास के तहत उन्होंने पिछले माह आदेश दिया कि हर माह प्रत्येक थाना व पुलिस शाखाओं के अच्छा काम करने वाले पुलिस कर्मियों को प्रत्येक माह सम्मानित किया जाएगा। उनके आदेश को एसएसपी बबलू कुमार द्वारा सभी थाना प्रभारी व सीओ को भेजा गया है। इसी के तहत अच्छा काम करने वाले आठ उप निरीक्षक व 15 पुलिस कर्मियों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एसएसपी द्वारा सम्मानित किया गया। एसएसपी ने कहा कि आप पुलिस कर्मियों में आपस में प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए ईष्र्या नहीं। अच्छे काम करने वाले का फोटो युक्त प्रमाण पत्र चस्पा किया जाएगा ताकि और कर्मियों को इसकी प्रेरणा मिले। वह भी यह सोचने को मजबूर हो जाए कि वे क्यों अच्छा काम नहीं कर सकते हैं। अच्छे पुलिस कर्मियों का चयन सीओ व थाना प्रभारी को करना होगा। लगातार तीन माह अच्छा काम करने वाले को डीजीपी द्वारा भी सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी पुलिस कर्मी एक दूसरे का सहारा बने सभी मिलकर काम करें तो बहुत अच्छा इनपुट आएगा। जनपद में करीब 3000. पुलिस कर्मी है अगर माह में एक भी कर्मी अच्छा काम कर लेगा तो माह में तीन हजार अच्छा काम हो जाएगा।
अपराधी पकड़ना ही अच्छा काम नहीं
डीजीपी ने अपने आदेश में कहा कि अच्छा काम छोटा व बड़ा नहीं होता है। अपराधि को पकड़न, क्राइम रोकना ही अच्छा काम नहीं होता। बल्कि आफिस में साफ सफाई रखना, फाइलों का रखरखाव, आपकी बोल चाल ही अच्छे कार्य का प्रमाण है। किसी बुजुर्ग को रास्ता पार करना, असहाय की मदद करना, बीमार को अस्पताल पहुंचाना देखने को छोटे हैं लेकिन ये बहुत ही अच्छे कार्य हैं। इससे पुलिस की खोई हुई प्रतिष्ठा कामय होगी। हम लोग सबसे ज्यादा मेहनत करते हैं हमारी इमेज खराब है। ऐसा क्यों है, यह सोचना होगा। हमें लोगों से अच्छा बोलना है उनकी परेशानी सुनकर उनका हल निकालना है। लोगों के बीच पुलिस की पुरानी छवि को वापस लाना है, अच्छे बनो, नेक बनो, लोगों की मदद करो, जिससे पुलिस की पुरानी छवि वापस लौट सके। लोग पुलिस की वाह वाही करें।
——————-
Leave a Reply