कोलकाता। पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए के खिलाफ प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। राज्य की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से दो टूक कहा है कि अगर वह राज्य में एनआरसी और सीएए लागू करना चाहते हैं तो उन्हें मेरी लाश से गुजरना होगा।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में राजधानी कोलकाता समेत विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन हो रहे हैं। सीएम ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ की सलाह की अनदेखा कर संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ रैली निकाली और केंद्र को उनकी सरकार को बर्खास्त करने की चुनौती दी। बनर्जी एक मात्र ऐसी मुख्यमंत्री हैं जो नए नागरिकता कानून का भरपूर विरोध करते हुए सामने आयीं और सड़कों पर उतरीं।
ममता बनर्जी ने कहा, ‘जब तक मैं जिंदा हूं, मैं एनआरसी और नागरिकता कानून कभी लागू नहीं करूंगी। आप चाहें तो मेरी सरकार को बर्खास्त कर दें या मुझे सलाखों के पीछे डाल दें लेकिन मैं यह काला कानून कभी लागू नहीं करूंगी। जब तक यह कानून निरस्त नहीं कर दिया जाता मैं संवैधानिक तरीके से प्रदर्शन करना जारी रखूंगी। अगर वे बंगाल में उसे लागू करना चाहते है। तो उन्हें मेरी लाश पर ऐसा करना होगा।’
बनर्जी ने कहा, ‘सभी देशद्रोही हैं, क्या सिर्फ ये राष्ट्रभक्त हैं? यह काफी अजीब है, इन लोगों को नहीं पता कि देश कैसे चलाना है। उन्होंने लोगों से प्रदर्शन के दौरान ङ्क्षहसा से दूर रहने की अपील की।’ उन्होंने कहा, ‘हम धर्म के आधार पर लोगों को नहीं बांट सकते। धर्म निजी मामला है। यह धरती सभी के लिए है, भारत सभी के लिए है, बंगाल सभी के लिए है, जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी और संविधान को बनाया, उन्होंने देश में एकता और सछ्वाव के लिए लड़ाई लड़ी थी। लेकिन सत्ता में आने के बाद भाजपा अपने आप को आसमान से भी ऊंचा समझती है। उन्हें लगता है कि वे हमारे मालिक हैं।’
तृणमूल अध्यक्ष ने पूछा, ‘सबका साथ नहीं होगा तो सबका विकास कैसे होगा? क्या आप लोगों के पास वोटर आईडी और राशन कार्ड नहीं है? क्या आप मतदान नहीं करते? क्या आपके पास बैंक खाता नहीं है? हम सभी देश के नागरिक हैं। आप कौन होते हैं, यह पूछने वाले कि हम नागरिक हैं या नहीं?’
बनर्जी ने कहा, ‘आप लोग प्रदर्शन के दौरान हिंसा नहीं करें। हमें शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना है जिससे लोकतांत्रिक व्यवस्था बनी रहे। भाजपा चाहती है हिंदू-मुस्लिम दंगे हों जिससे उसे राजनीतिक फायदा मिले। जब तक मैं जिंदा हूं, हम राज्य में सीएए और एनआरसी लागू नहीं होने देंगे। अगर वह चाहें तो मेरी सरकार बर्खास्त कर सकते हैं। हम आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘ये लोग संसद में बहुमत के दम पर कोई भी विधेयक पास करा लेते हैं लेकिन हम इसे नहीं स्वीकार करेंगे। हम छात्रों पर हमले की निंदा करते हैं। हम तब तक प्रदर्शन जारी रखेंगे जब तक सीएए और एनआरसी वापस नहीं हो जाता।’ बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस की रैली दोपहर बाद एक बजे बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडर की मूर्ति से शुरू हुई और मध्य कोलकाता होकर जोराशांखो ठाकुरबाड़ी में खत्म हुई।
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