Delhi Election 2020: दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान हो चुका है। आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। तो भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि इस बार उनकी सरकार ही दिल्ली की कुर्सी संभालेगी। जबकि कांग्रेस एक बार फिर दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर प्रयास कर रही है।
इन सब के बीच दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) भी दिल्ली चुनावों में उतरने की तैयारी कर रही है। जेजेपी को लगता है कि दिल्ली में 10 से 13 सीटें पार्टी जीत सकती है। अभी जेजेपी और बीजेपी की गठबंधन सरकार हरियाणा में है।
जेजेपी चाहेगी बीजेपी का साथ
हरियाणा में बीजेपी के साथ सरकार बनाने वाली जेजेपी दिल्ली में भी बीजेपी का साथ चाहेगी। लेकिन बीजेपी जेजेपी के लिए दिल्ली में 10 से 13 सीटें छोड़े ऐसा होना थोड़ा मुश्किल है। खबरों की माने तो जेजेपी दिल्ली की पालम विधानसभा, नजफगढ़, महरौली, नांगलोई आदि 10 से 13 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। इससे पहले बीजेपी दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ते हुए आई है हालांकि करीब 22 सालों से दिल्ली में बीजेपी का मुख्यमंत्री नहीं बन सका है।
तो बिगड़ सकता है खेल
दिल्ली विधानसभा में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी केजरीवाल को हराने का वादा कर रहे हैं। अभी जो समीकरण बन रहे हैं उसके अनुसार बीजेपी का जेजेपी के लिए सीटें छोड़ना नामुमकिन लगता है। ऐसे में देखना होगा कि क्या जेजेपी दिल्ली में अकेले दम पर चुनावी मैदान में आ सकती है।
अगर ऐसा होता है तो हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी की गठबंधन सरकार मुश्किल में आ सकती है। हरियाणा विधानसभा 2019 चुनाव में बीजेपी 40 सीटों और जेजेपी 10 सीटों पर जीती थी और दोनों ने मिलकर प्रदेश में सरकार बनाई थी। यानी किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था ऐसे में जेजेपी बीजेपी से अलग हुई तो हरियाणा सरकार गिर सकती है।
दिल्ली में बैठक करेंगे दुष्यंत चौटाला
दिल्ली विधानसभा चुनावों को देखते हुए दुष्यंत चौटाला दिल्ली में एक मीटिंग भी करेंगे। मीटिंग 12 तारीख होगी जिसमे पार्टी कई बड़े फैसलों पर विचार करेगी। दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेता इस मीटिंग में शामिल होंगे। अगर जेजेपी दिल्ली में लड़कर कुछ विधानसभा पर जीत हासिल करेगी तो इसका नुकसान आम आदमी पार्टी को हो सकता है।
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