मुंबई। लॉकडाउन में केंद्र की पहल पर दूरदर्शन पर दोबारा रामायण का प्रसारण किया जा रहा है. कहानी पर बालकाण्ड, अयोध्याकाण्ड, अरण्यकाण्ड, किष्किन्धाकाण्ड, सुन्दरकाण्ड, लंकाकाण्ड (युद्धकाण्ड) से होते हुए उत्तरकाण्ड में पहुंच गई है. अब भगवान राम अयोध्या की गद्दी पर आसीन हो चुके हैं। जबकि मां सीता एक बार फिर से राज-पाठ छोड़कर ऋषि मुनि की कुटिया में रहने चली गई हैं. ऐसे में उनको लेकर ट्विटर पर एक मांग उठ रही है।
Tell your people to go through Indian history properly and then make any comment. Mata Sita was purely Indian as She was born at Punaura Dham, Sitamarhi, Mithila. Nobody in the world can be compared with Goddess Sita.#soniaspeaknow#सीता_भारतीय pic.twitter.com/YDRtyO7FNc
— Prakash Kumar Jha (@prakash_bgp) April 27, 2020
@WithCongress Shame On Your Dirty Politics…….#सीतामाँ_का_अपमान_नहीं_सहेंगे #सीता_भारतीय https://t.co/Eq44qRQevg
— Sachin kumar jha (@Sachinmaithil) April 27, 2020
#सीता_भारतीय
According to ramayana,Janak found her while ploughing as a part of a yagna and adopted her. pic.twitter.com/a5XOV0aUDa— AparnaThakur Pathak (@aparnathakur3) April 27, 2020
कई लोगों ने ऐसी मांग की है कि राम मंदिर के साथ सीता मां का मंदिर भी बनना चाहिए. लेकिन इसमें कुछ लोगों ने सीता मां के जन्म स्थल को लेकर उस जगह के बारे में पूछना शुरू किया कि अगर मां सीता का मंदिर बने तो कहां बने. इसके बाद बहुत से लोगों ने सीता मां को नेपाल का बताकर पोस्ट करनी शुरू कर दी. इसके जवाब में ट्विटर पर #सीता_भारतीय ट्रेंड चला. इसमें लोगों ने मां सीता के मिथिला के होने और उनके समाधि स्थल पर मंदिर बनाने के लिए हुंकार भरते दिखे।
हालांकि ऐसी मान्यता है कि मां सीता पृथ्वी की बेटी थीं. एकबार खेती के दौरान मिथिला नरेश जनक को वह खेत से मिली थीं. उनका अंत भी मां धरती के गोद समा जाने से हुआ. इसको लेकर भी कई मत हैं कई लोग बिहार स्थित सीतामढ़ी को उनका समाधि स्थल बताते हैं तो कई उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर व संत रविदास नगर में गंगा किनारे उनके रहने और समाधि लेने की बात करते हैं. इसके अलावा उत्तरखंड के फलस्वाडी में उनके समाधि लेने की बात की जाती है. इसी के बीच कुछ ट्विटरातियों ने मां सीता को दूसरे देश का बता दिया।
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