नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में फीस को लेकर ऊपरी सीमा तय कर दी है। अब प्राइवेट मेडिकल कॉलेज 12.72 लाख प्रति वर्ष से ज्यादा की फीस नहीं ले पाएंगे। प्लेज टाइम्स की खबर के मुताबिक मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने शनिवार को कहा कि राज्य के 24 प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों और 19 डेंटल कॉलेजों की फीस को फिक्स कर दिया गया है। एमबीबीएस की फीस 10.40 लाख प्रतिवर्ष से 12.72 लाख प्रतिवर्ष निश्चित कर दी गई है। वहीं बीडीएस के लिए न्यूनतम 2.93 लाख और अधिकतम फीस 3.65 लाख रुपये है। इस बार फी रेग्युलेशन कमेटी ने 10 से 20 फीसदी तक फीस को बढ़ा दिया है।
ये फीस कम से लेकर अधिक फीस अलग अलग कॉलेजों के लिए अलग अलग होगी. इसके अलावा छात्रों को हॉस्टल फीस का भी भुगतान करना होगा। बता दें कि नीट परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की गई थी जिसके लिए 15 लाख से ज्यादा छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया था। परीक्षा के दौरान कोरोना वायरस के बचने के सभी निर्देशों का पालन किया गया था। हालांकि, कुछ छात्रों और उनके पैरेंट्स ने परीक्षा को टालने की मांग भी की थी। उनका कहना था कि कोरोना वायरस महामारी के बीच परीक्षा लेने से छात्रों को नुकसान हो सकता है।
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