योगी सरकार ने मुहर लगाई, चार साल में परियोजना होगी पूरी
नए शहर में श्रीकृष्ण के जन्म से महाभारत तक की झलकियां
प्रमुख संवाददाता
ग्रेटर नोएडा। मंदिरों की नगरी वृृंदावन के नाम पर अब यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे नया वृंदावन बसाने की तैयारी को हरी झंडी मिल गई है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मास्टर प्लान पर यूपी की योगी सरकार ने मोहर लगा दी है। जानकार सूत्रों की मानें तो यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे राया (मथुरा) के पास 9350 हेक्टेयर में नया वृंदावन शहर बसाया जाएगा। नए शहर में सबसे अधिक जोर पर्यटन पर होगा। कुल क्षेत्रफल में से 731 हेक्टेयर पर पर्यटन जोन और 110 हेक्टेयर में रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा। इसको बसाने में करीब 7 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट बन गई है। मथुरा-वृंदावन में श्रीकृष्ण की महागाथा सिर्फ मंदिरों तक सीमित रह गई है। नए शहर में श्रीकृष्ण के जन्म से लेकर महाभारत तक के जीवन दर्शन की झलकी दिखेगी। भारत की सांस्कृतिक विरासत भी नए शहर में दिखेगी। नए वृंदावन में ब्रज की पुरानी संस्कृति को दिखाया जाएगा। यहां पुरानी हाट, ऋषि-मुनियों के आश्रम, म्यूजियम, मिनिएचर और गांव व वनों को बनाया जाएगा। यहां दिखाया जाएगा कि गोपियां किस तरह भगवान श्रीकृष्ण के साथ नृत्य करती थीं। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि अब नए शहर की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनवाई जाएगी। इसके लिए जल्द एजेंसी का चयन किया जाएगा। इसका काम जेवर एयरपोर्ट के साथ शुरू होगा। अगले 4 साल में इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। नए शहर में औद्योगिक, आवासीय, रीक्रिएशनल ग्रीन, ट्रांसपोर्ट, पर्यटन जोन, ग्रामीण आबादी, व्यावसायिक, मिश्रित उपयोग, आॅफिसेज, रीवर फ्रंट, वाटर बॉडी आदि के लिए जगह तय कर दी गई है।
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