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चेन्नई। चेन्नई और अन्य जिलों में एटीएम कियोस्क पर एसबीआई कैश डिपॉजिट मशीनों को निशाना बनाकर की गई एक के बाद एक चोरी का मामला जल्द ही सीबीआई को सौंप दिया जाएगाी। आरोपियों ने पांच करोड़ रुपये से अधिक की चोरी की थी। राज्य पुलिस ने अब तक मामले को संभाला है और चार प्रमुख संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। छह अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
चूंकि सीबीआई बैंकिंग धोखाधड़ी और विशेष रूप से राष्ट्रीयकृत बैंकों में संबंधित मुद्दों की जांच के लिए नोडल एजेंसी है, इसलिए पुलिस मामले को सीबीआई जांच में स्थानांतरित करने के लिए तैयार है।
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जांचकर्ता मामले को सीबीआई जांच को स्थानांतरित करने की सिफारिश करते हुए डीजीपी के कार्यालय को एक विस्तृत रिपोर्ट भेज रहे हैं। पूछताछ में पता चला कि चोर – आमिर अर्श अल्लिमुद्दी(37 साल), वीरेंद्र रावत (23 साल), नजीम हुसैन (32 साल), और सोवकत अली (37 साल)– हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ के हैं।
उन्होंने 17 जून से सात दिनों की अवधि में चेन्नई, वेल्लोर, तिरुवन्नामलाई और कांचीपुरम में कम से कम 19 एसबीआई एटीएम कैश डिपॉजिट मशीनों को निशाना बनाया। पुलिस ने चोरों के कम से कम 30 बैंक खातों को सील कर दिया है।
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