नई दिल्ली
बिजनस सॉफ्टवेयर फर्म फ्रेशवर्क्स इंक (Freshworks Inc) ने बुधवार को अमेरिकी एक्सचेंज नैसडैक (Nasdaq) पर धमाकेदार एंट्री की। इसके साथ ही कंपनी ने अपने 500 कर्मचारियों को करोड़पति बना दिया। इसमें से 69 की उम्र 30 से कम है। यह नैसडैक में लिस्ट होने वाली भारत की पहली सॉफ्टवेयर एज सर्विस (SaaS) और यूनिकॉर्न कंपनी है। गिरीश मातृभूतम (Girish Mathrubhootam) की इस कंपनी के शेयर ने नैसडैक इंडेक्स पर अपने इश्यू प्राइस से 21 फीसदी ऊपर 36 डॉलर के भाव पर एंट्री की।
इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप 12 अरब डॉलर के ऊपर पहुंच गया। मातृभूतम ने ईटी के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि उनकी कंपनी ने न केवल दूसरी भारतीय SaaS स्टार्टअप के लिए पब्लिक होने का रास्ता साफ किया है बल्कि स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग के साथ अपने कर्मचारियों के लिए काफी पैसा बनाया है। इससे पहले एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने लिए बीएमडब्ल्यू (BMW) खरीदने के लिए Freshworks शुरू नहीं की है बल्कि वह अपनी सभी कर्मचारियों के लिए बीएमडब्ल्यू लेना चाहते हैं।
500 कर्मचारियों को बनाया करोड़पति
उन्होंने कहा कि फ्रेशवर्क्स के पब्लिक होने से कंपनी के 500 कर्मचारी करोड़पति बन गए हैं जिनमें से 69 की उम्र 30 साल से कम है। फ्रेशवर्क्स के दो-तिहाई कर्मचारी शेयरहोल्डर हैं। कंपनी के कोफाउंडर और सीईओ मातृभूतम ने कहा कि जिन्होंने कंपनी को बनाने में दिनरात मेहनत की, उन्हें इसका इनाम मिलना चाहिए। भारत में हमारे 500 से अधिक कर्मचारी करोड़पति बन जाएंगे। इनमें से 69 की उम्र 30 साल से कम है।
मातृभूतम ने कंपनी की सफलता का श्रेय अपने सभी कर्मचारियों को देते हुए कहा कि इस सेक्टर में 120 अरब डॉलर का बाजार है और उनकी कंपनी ने अभी इस संभावना को तलाशने की शुरुआत की है। उन्होंने कहा, ‘मैं कर्मचारियों के योगदान के लिए उनका शुक्रगुजार हूं। मेरा मानना है कि फ्रेशवर्क्स को बनाने में केवल मेरी भूमिका नहीं है, हम सब मिलकर इसे बना रहे हैं।’ भारत के बजाय अमेरिकी में कंपनी लिस्ट कराने के बारे में उन्होंने कहा कि फ्रेशवर्क्स शुरुआत से ही एक ग्लोबल कंपनी रही है। इसके कस्टमर 120 से अधिक देशों में है और इसका ज्यादातर रेवेन्यू अमेरिका से ही आता है।
Leave a Reply