छाता (मथुरा)। आर्य समाज के तत्वावधान में 57 वें आर्य महासम्मेलन के दूसरे दिन प्रात:, हवन यज्ञ, सत्संग एवं भजनों के साथ किया। पंडित विपिन बिहारी आर्य थे। मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर यती नरसिंहानंद महाराज थे। उन्होंने लोगों को हिंदू हृदय सम्राट हिंदुत्व पर विस्तार से चर्चा की।
लोगों को हिंदू बनने के लिए उपदेश दिए कि हिंदू कैसे बने। लोगों से कहा हिंदू बनना है तो पढ़ें अवश्य सत्यार्थ प्रकाश। इसमें विस्तार पूर्वक आपको समझ में आएगा कि हिंदू वास्तव में क्या चीज है। ऐसे विचारों के माध्यम से महाराज जी ने लोगों को जागरूक किया। युवाओं के धरती माता की जय, भारत माता की जय, वंदे मातरम- वंदे मातरम के नारों के साथ पंडाल गूंजने लगा । संचालन अंतर्राष्ट्रीय वैदिक प्रचारक एवं लोक कल्याण सेवा संस्थान के महामंत्री स्वामी सच्चिदानंद महाराज ने किया।
रागनी गायक सुंदर वैदिक, मोहित शास्त्री, प्रियंका आर्य, धनीराम बेधड़क, अमीचंद, धर्मवीर आर्य, देवमणि तथा अशोक कुमार आर्य ने भजनों के माध्यम से लोगों को राष्ट्रीय रक्षा सम्मेलन को लेकर विस्तार से चर्चा की। मंच की अध्यक्षता सिंह आर्य ने की। देर रात्रि कवि सम्मेलन का आयोजन किया।
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