एक टॉस ने बदल दी किस्‍मत, जानिए बिहार के सबसे अमीर प्रत्‍याशी की कहानी

पटना [जेएनएन]। आपने टॉस से क्रिकेट के फैसले होते तो जरूर देखे-सुने होंगे, लेकिन क्‍या यह टॉस किसी को अरबपति भी बना सकता है? जी हां, बात सोलह आने सही है। यह हकीकत है लोकसभा चुनाव में बिहार के सबसे अमीर प्रत्‍याशी रमेश कुमार शर्मा की। पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता रामकृपाल यादव तथा राष्‍ट्रीय जनता दल (राजद) की मीसा भारती के साथ वे भी मैदान में निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं।
रमेश कुमार शर्मा बिहार में लोकसभा चुनाव के प्रत्‍याशियों में सबसे अमीर तो है हीं, पटनासाहिब से चुनाव लड़ रहे बॉलीवुड स्‍टार व कांग्रेस प्रत्‍याशी शत्रुध्न सिन्हा से भी बहुत आगे हैं। पूरे देश में भी वे संपत्ति के मामले में अहम हैसियत रखते हैं। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के अनुसार उनकी संपत्ति 1107 करोड़ की है।
गरीब परिवार में हुआ था जन्‍म
रमेश कुमार शर्मा की चुनावी बातों के पहले आइए जानते हैं उनका अतीत। जानते हैं, गरीब परिवार में जन्‍म लेकर भी वे कैसे बने अमीर?
टॉस कर लिया मर्चेंट नेवी में जाने कर फैसला
उनके पिता शिक्षक थे और उन्हें भी शिक्षक बनाना चाहते थे, लेकिन रमेश शर्मा की किस्‍मत में तो कुछ और था। बिहार स्‍टेट टेक्स्‍टबुक में नौकरी लगने के बावजूद उन्होंने ज्वाइन नहीं की। आगे इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद नेवी ज्‍वाइन की। इसी दौरान मर्चेंट नेवी ज्‍वायन करने का ऑप्शन आया। असमंजस में फंसे रमेश शर्मा ने तब टॉस का सहारा लिया और मर्चेंट नेवी में चले गए।
रमेश कुमार शर्मा पहले नेवी में गए। वे नेवी छोड़ना नहीं चाहते थे, इसलिए भगवान भोलेनाथ के मंदिर में सिक्का उछालकर फैसला लिया।
एक फैसले ने बदल दी किस्‍मत
रमेश कुमार शर्मा की किस्‍मत इस टॉस ने बदल दी। मर्चेंट नेवी में खूब पैसा कमाने के बाद वे महाराष्ट्र और गुजरात में जमीन खरीदकर इवेंट करने लगे। आज वे मरमरी शिपिंग प्राइवेट लिमिटेड, अपना इंटरनेमेंट लिमिटेड, अमारा फिल्म प्रोडक्शन लिमिटेड, मल्टी मेरिन सर्विसेज लिमिटेड, फूजी पिक्चर एंड सिनेमा लिमिटेड, फूजी इंजीनयरिंग लिमिटेड आदि 11 कंपनियों के मालिक हैं। वो स्क्रैप का कारोबार करते हैं। पुराने जहाज खरीद कर फिर उसे बेचते हैं।
सांसद बनकर  करना चाहते जनसेवा
पाटलिपुत्र के नौबतपुर स्थित कोपा कला गांव के निवासी रमेश कुमार शर्मा सांसद बनकर  जनसेवा करना चाहते हैं। वे मानते हैं कि उनकी राह आसान नहीं, लेकिन जनसमर्थन की उम्‍मीद है। चुनाव प्रचार के लिए खुली छत वाली कार में वे लोगों का अभिवादन करते चलते हैं। सबको हाथ जोड़कर प्रणाम करते हैं, लेकिन वोट नहीं मांगते। रमेश शर्मा पटना के नौबतपुर के एक बंद सिनेमा हॉल से अपना चुनाव अभियान संचालित कर रहे हैं।
पीएम मोदी जमकर पर करते हमले
रमेश कुमार शर्मा का कारोबार गुजरात में फैला है, लेकिन वे गुजरात के रहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमले करते हैं। वे जीएसटी और नोटबंदी के खिलाफ हैं।

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