मुंबई। मुंबई में गिरफ्तार किए गए 9 संदिग्धों से पूछताछ में कई नए खुलासे हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस साज़िश के मास्टरमाइंड ने बाकायदा एक टाइम टेबल बनाया था, जिसके तहत सभी आरोपियों को बड़ी आतंकी साज़िश के लिए तैयार किया जा रहा था। आस्था, श्रद्धा और सभ्यता के मेले पर बगदादी की बर्बादी वाली नजर थी। सीरिया से कुंभ को दहलाने की साज़िश रची जा रही थी, लेकिन महाराष्ट्र ATS ने समय रहते 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनसे पूछताछ में नए-नए खुलासे हो रहे हैं।
हजारों किलो मीटर दूर बैठा हुआ हैंडलर बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए सभी को प्रॉपर ट्रेनिंग दे रहा था और महाराष्ट्र में बैठा मास्टरमाईंड मोहसिन खान अपना गैंग बनाकर देश में आतंक फ़ैलाने वाला था। यहां तक कि मोहसीन ने अपने भाईयों को भी इस आतंकी साज़िश में शामिल कर लिया था। मोहसिन ही वो शख्स है जो हैंडलर के संपर्क में था और उसके इशारे पर युवाओं को रिक्रूट करने शुरआत की थी। इसके लिए उसने एक टाइटेबल तक बना रखा था कि कैस क्या और कब करना है। सभी के लिए बाकायदा टाइम टेबल चार्ट बना हुआ था कि सुबह से शाम तक क्या करना है।
बताया जा रहा है कि मोहसिन ISIS की विचारधारा को मानता था और देश में अपनी एक फौज बनाना चाहता था, जो पुरे देश में बड़े पैमाने पर काम करे और ज्यादा से ज्यादा युवाओं की भर्ती कर सके। मोहसिन खान, सलमान खान और तकी खान तीनों भाई है। मोहसिन ने सबसे पहले अपने भाई सलमान और ताकि का माइंड वॉश किया। मोहसिन स्पीच देने में माहिर था। यही वजह है की इसे युवाओं को सेलेक्ट करने की जिम्मेदारी दी गई थी। मोहसिन महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाको में युवाओं को रेडिकलाइज करने का काम करता था। ATS की माने तो ये तीनों भाई मुम्ब्रा, औरंगाबाद और मुंबई के अलग-अलग धार्मिक इलाकों पर जगह जाकर युवाओं को टारगेट करता था।
हालांकि सभी आरोपियों को गुरुवार कोर्ट में पेश किया गया और पूछताछ के लिए न्यायिक हिरसात बढ़ाने की मांग की, क्योंकि पुलिस का कहना है कि उनके पास सभी खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। खुलासे में ये भी पता चला है कि ये लोग आपस में बात करने लिए कई तरह के माध्मयों का इस्तेमाल किया करते थे, जिससे सुरक्षा एजेंसियां इनको पकड़ न सकें। एटीएस अधिकारीयों के मुताबिक ये सभी आरोपी अपने अपने कामों में माहिर बताए जा रहे हैं और सबके पास अपनी अपनी जिम्मेदारी थी। सभी एक बड़े रासायनिक हमले की फिराक में थे और इसके लिए इन्होंने पूरी तैयारी कर रखी थी। एटीएस ने ठाणे से जिन संदिग्धों को पकड़ा है, ये सभी पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया की औरंगाबाद शाखा में काम करने वाले सलमान के संपर्क में थे।
आरोपी शादाब खान ISIS के प्रोपगेंडा मोड्यूल से कनेक्टेड था और ISIS के इस तैयार हो रहे मॉड्यूल का हेड था। कुछ दिन पहले ही औरंगाबाद गया था, जहां से एटीएस ने उसे गिरफ्तार किया।
सलमान ख़ान मुम्ब्रा में पहले फुटबॉल की कोचिंग देता था। एटीएस के सूत्रों के मुताबिक अपने भाई मोहसीन के कहने पर महाराष्ट्र में नौजवानों की तलाश करता था और रेडिक्लाइज करने की जिम्मेदारी उसपर थी।
मोहम्मद मजहर शेख मुम्ब्रा से हिरासत में लिया गया। वह भिवंडी की कम्पनी में कंप्यूटर इंजीनियर है। सलमान और मोहसीन से मिलन के बाद मज़हर शेख रेडिक्लाइज हो चुका था। उसे शक हो चुका था कि वो गिरफ्तार किया जा सकता है, इसलिए वो औरंगाबाद जा रहा था, तभी आईबी की टीम ने उसे बस में ही हिरासत में ले लिया और एटीएस की कस्टडी में पहुंचा।
फहाद शाह सिविल इंजीनियरिंग किए हुए है। वो भी रेडिक्लाइज हो चुका था। फहाद काफी समय से सलमान के संपर्क में था।
जामेन कुटेपडी वो शख्स है, जो फ़ार्मेसी से जुड़ा हुआ है। दावओं और केमिकल का अच्छा जानकार है। केमिकल अटैक जैसी प्लानिंग को अंजाम देने के लिए केमिकल मुहैया करवाने और लोगिस्टिक सपोर्ट उसकी जिम्मेदारी थी।
सरफराज अहमद औरंगाबाद का रहने वाला है। इस मॉड्यूल के हेड मोहसीन, सलमान और तकी इन तीन भाइयों की एकलौती बहन के साथ सरफराज अहमद की शादी हुई थी। वो भी इस मोड्यूल से जुड़ा हुआ था और नौजवानों की तलाश करना, भर्ती करना के साथ रेडिक्लाइज करने की जिम्मेदारी थी उसी पर थी।
इन सब में एक 17 साल का नाबालिग भी है, जिसका नाम हम आपको नहीं बता सकते है। जिसे मुम्ब्रा से हिरासत में लिया गया, इसने इलेक्ट्रॉनिक डिप्लोमा किया है और तकनीकी रूप से काफी महिर है।
फिलहाल सभी को 5 फरवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में ATS और भी गिरफ्तारिया कर सकती है।
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