नई दिल्ली: भारत और वेस्टइंडीज के बीच विशाखापत्तनम वनडे के दौरान टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली पहली ही गेंद पर जीरो पर आउट हो गए. वनडे करियर में वे तीसरी बार बिना खाता खोले आउट हुए. विंडीज टीम के कप्तान कायरन पोलार्ड ने अपनी स्लॉअर शॉर्ट बॉल से कोहली को फंसाया और रोस्टन चेज के हाथों कैच कराया. भारतीय कप्तान ने पुल शॉट खेलना चाहा लेकिन गेंद में गति नहीं होने की वजह से वह मिडविकेट पर ही लपक लिए गए. वे सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के 102 रन बनाकर आउट होने के बाद क्रीज पर आए थे. राहुल ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 227 रन जोड़े थे.
वनडे में 13वीं बार कोहली जीरो पर आउट
विराट कोहली 11 साल के करियर में वनडे में 13वीं बार जीरो पर आउट हुए हैं. साथ ही तीसरी बार वे पहली ही गेंद पर जीरो पर आउट यानी गोल्डन डक हुए. इससे पहले वे 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला वनडे में गोल्डन पर आउट हुए थे. इस तरह से वनडे में वे 7 साल बाद पहली गेंद पर जीरो पर आउट हुए. वेस्टइंडीज के खिलाफ वे दूसरी बार पहली ही गेंद पर आउट हुए. 2011 में नॉर्थ साउंड में भी वे गोल्डन डक हुए थे. वहीं वनडे में वे दो साल बाद जीरो पर आउट हुए. इस मैच से पहले 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में वे खाता नहीं खोल पाए थे.
विशाखापत्तनम में कोहली के रिकॉर्ड पर दाग
मजेदार बात यह भी रही कि विशाखापत्तनम के मैदान पर विराट कोहली का रिकॉर्ड शानदार रहा है. इस मैच से पहले उन्होंने कभी भी यहां पर अर्धशतक से कम का स्कोर नहीं बनाया था. पिछले साल यहीं पर उन्होंने नाबाद 157 रन बनाए थे. विशाखापत्तनम वनडे विराट कोहली के अंतरराष्ट्रीय करियर का 400वां मैच है. इस मुकाम तक पहुंचने वाले वे आठवें भारतीय हैं.
कोहली 2010 में पहली बार हुए थे शून्य पर आउटविराट कोहली पहली बार 2010 में जिम्बाब्वे के खिलाफ शून्य पर आउट हुए थे. इस साल वे तीन बार शून्य पर आउट हुए थे. 2010 और 2013 दो ऐसे साल हैं जिनमें कोहली सबसे ज्यादा 3-3 बार शून्य पर आउट हुए हैं.
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