नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और राहुल गांधी का साथ देने वाले अल्पेश ठाकोर जल्द ही अपनी राहें जुदा करने वाले हैं. कर्नाटक और गोवा के बाद कांग्रेस को गुजरात से यह तगड़ा झटका लगेगा. गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना के नेता अमित ठाकोर ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा कि अल्पेश ठाकोर और धवल सिंह जाला जल्द ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि हम पार्टी की विचारधारा में यकीन करते हैं.
गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 के ठीक पहले अल्पेश ने कांग्रेस का हाथ थामा था. उस वक्त दावा किया गया था कि इसके पीछे अल्पेश की ओर से कराया गया सर्वे था. इसमें शामिल हुए लोगों ने उन्हें कांग्रेस के साथ जाने को कहा था. ठाकोर की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस सर्वे में 21 लाख से ज्यादा फोन आए और पांच लाख लोगों ने फॉर्म भरे थे.
अल्पेश पिछड़े वर्ग के नेता
अल्पेश को गुजरात में पिछड़ा वर्ग का नेता माना जाता है. उनकी छवि सामाजिक कार्यकर्ता की रही है. गुजरात में करीब 50 फीसदी मतदाता पिछड़ा वर्ग से आते हैं. ऐसे में इस वर्ग के नेता किसी भी दल के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं.
अल्पेश ने हार्दिक पटेल की अगुवाई में पाटीदारों को आरक्षण दिए जाने की मांग का विरोध किया था. ओबीसी, एससी और एसटी एकता मंच के संयोजक अल्पेश ने अलग-अलग मंचों से गुजरात की हालत खराब होने की बात कह चुके हैं. वह कहते रहे हैं कि विकास सिर्फ दिखावा है. गुजरात में लाखों लोगों के पास रोजगार नहीं है.
राज्यसभा चुनाव में की थी क्रॉस वोटिंग
इसी साल अप्रैल के दूसरे हफ्ते में खबर आई थी कि अल्पेश ने कांग्रेस छोड़ने वाले हैं. हालांकि उस वक्त यह बात अल्पेश की ओर से खारिज कर दी गई. बीते दिनों गुजरात में दो राज्यसभा सीटों के मतदान में भी उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी. जिसके बाद से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे वह जल्द ही पार्टी का साथ छोड़ सकते हैं.
राहुल पर किया था विश्वास- अल्पेश
राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के बाद अल्पेश ठाकोर ने पत्रकारों से करते हुए कहा था कि- ‘मैंने राहुल गांधी पर विश्वास करके कांग्रेस ज्वाइन की थी लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि उन्होंने हमारे लिए कुछ नहीं किया. हम बार-बार अपमानित होते रहे. इसलिए मैंने कांग्रेस के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है.’
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