नई दिल्ली। सीबीआई और गुजरात एटीएस की टीम ने 11 बैंकों को तकरीबन 2654 करोड़ रुपये का चुना लगाने वाले DPIL के निदेशक अमित भटनागर को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई और गुजरात एटीएस की टीम ने खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए अमित भटनागर को उदयपुर के एक होटल से गिरफ्तार किया। गुजरात एटीएस और सीबीआई की संयुक्त टीम ने वडोदरा के व्यापारी अमित भटनागर के साथ-साथ भाई सुमित भटनागर और पिता सुरेश भटनागर को भी गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने कथित तौर पर अलग-अलग बैंकों के साथ 2654 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में बड़ौदा स्थित कंपनी और कंपनी के निदेशकों के खिलाफ केस दर्ज किया था। यह कंपनी बिजली केबल और उपकरणों का कारोबार करती है। सीबीआई ने डायमंड पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (डीपीआईएल) नाम की कंपनी और उसके निदेशकों के वड़ोदरा स्थित ऑफिस और घरों की तलाशी ली थी। सीबीआई ने आरोप लगाया कि डीपीआईएल के प्रमोटर एस एन भटनागर और उनके बेटे अमित भटनागर व सुमित भटनागर कंपनी के अधिकारी हैं।
सीबीआई ने कहा कि इस कर्ज को 2016-17 में एनपीए घोषित कर दिया गया था। सीबीआई का आरोप है कि डीपीआईएल ने अपने प्रबंधन के ज़रिये फर्जी तरीके से 11 बैंकों (सार्वजनिक और निजी) से 2008 में लोन लिया और 29 जून 2016 तक उस पर 2654.40 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया था। सीबीआई ने ये भी आरोप लगाया है कि कंपनी और उसके प्रबंधक का नाम भारतीय रिजर्व बैंक की डिफॉल्टरों की सूची और ईसीजीसी (एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन) की चेतावनी सूची में शामिल था। इसके बावजूद वो लोन पाने में कामयाब रहे।
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