
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के हाथ खोल दिए हैं। देशवासी उनसे मांग कर रहे थे कि दिल्ली पुलिस दिल्ली को जलाने वाले और दंगा फसाद करने वाले जिहादियों के खिलाफ कड़ा एक्शन क्यों नहीं ले रही है। अमित शाह ने ET के साथ इंटरव्यू में कहा है कि – पुलिस ने स्टूडेंट पर कार्यवाही नहीं की जो दंगा और उपद्रव कर रहे थे उनपर की है। जो भी लॉ एंड ऑर्डर को भंग करेगा, पब्लिक प्रॉपर्टीज़ को आग लगायेगा, नुकसान पहुँचायेगा उसको रोकने का प्रयास पुलिस करेगी ही करेगी। हिंसा रोकनी भी है और कठोरता से कदम भी नहीं उठाना… तो कैसे होगा?
आपकी जानकारी के लिए बता दें की अभी तक दिल्ली पुलिस ने दंगाइयों पर सख्त एक्शन नहीं लिया है यही वजह है की कल सीलमपुर में प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस को खदेड़ लिया और एक पुलिसकर्मी की जमकर पिटाई कर दी। जिहादियों पर नरम एक्शन से दिल्ली पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं लेकिन अब दिल्ली पुलिस दंगाइयों पर सख्त एक्शन लेगी।
CAA का विरोध कर रहे बच्चे पहले इसे पढ़ें, शंकाएं दूर हो जाएंगीः अमित शाह
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर देशभर में आंदोलन हो रहा है. इसके विरोध में विपक्ष के साथ कई यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स भी उतर आए हैं. ‘एजेंडा आजतक’ के 8वें संस्करण के आखिरी सत्र ‘शाह है तो संभव है’ में गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता कानून पर खुलकर बातचीत की.
नागरिकता कानून को लेकर मचे बवाल पर अमित शाह ने कहा कि देश में 224 यूनिवर्सिटी हैं. इसको लेकर 3 से 4 यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने ही मेजर प्रोटेस्ट किया है. बाकी जहां प्रोटेस्ट हुआ है, वहां 30 से 40 बच्चे ही जुटे थे. जामिया हिंसा पर आगे अमित शाह ने कहा कि अभी तक बच्चों ने ठीक से कानून पढ़ा नहीं है. पहले वे इसे ढंग से पढ़ लें, उनकी शंकाए दूर हो जाएंगी. इसके बाद कोई समस्या-समाधान होगा, उसको लेकर जरूर सरकार बातचीत करेगी.
दिल्ली में पहले पूर्ण शांति की जरूरत है
अमित शाह ने कहा कि जब हिंसा फैलाई जा रही हो, तो उसे रोकना पुलिस का फर्ज भी है और धर्म भी. उन्होंने कहा कि यदि पुलिस हिंसा रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाती तो हमारी नजर में वह अपनी ड्यूटी ठीक से नहीं कर रही. अमित शाह ने कहा कि हमने दिल्ली पुलिस से इस संबंध में नहीं पूछा. हमने दिल्ली पुलिस से पूर्ण शांति के लिए कहा है. अभी मेरे लिए शांति महत्वपूर्ण है. उसके बाद आगे की चीजों पर बातचीत होगी.
कांग्रेस ने धर्म के आधार पर विभाजन कियाः शाह
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने देश का विभाजन धर्म के आधार पर किया. ये नहीं होना चाहिए था. इसमें बहुत से लोगों का नुकसान हुआ. 1950 में नेहरू और लियाकत अली खान में समझौता हुआ कि दोनों देश अपने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करेंगे. तब से लेकर अब तक के आंकड़ों को देखिए, अल्पसंख्यकों की संख्या कम हो गई. जब नेहरू-लियाकत समझौते पर अमल नहीं हुआ. तब ये करने की जरूरत पड़ी. कांग्रेस ने 70 साल तक अल्पसंख्यकों पर ध्यान नहीं दिया.
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