भाजपा सरकार की ओर से लाए गए नागरिकता संशोधन कानून पर विवाद कम नहीं हो रहा है। असम और बंगाल से शुरू हुआ विरोध दिल्ली और अब यूपी में पहुंच गया है। यूपी के मऊ में सोमवार को जमकर बवाल हुआ। इसके बाद से सीएम योगी ने बड़े अफसरों की बैठक बुला ली। वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों ने इस कानून को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार को घेर लिया है। इस कानून को लेकर तमाम बयान भी आ रहे हैं। वहीं पहली बार बाबा रामदेव ने भी इस कानून पर चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने मुसलमानों को बड़ा संदेश भी दे दिया है।
लगातार जारी है विरोध
नागरिकता संसोधन कानून का विरोध लगातार हो रहा है। असम में इसका विरोध थोड़ा कम हुआ है, इसके बाद यहां कर्फ्यू में ढील दी गई है लेकिन बंगाल में हिंसा जारी है। वहीं दिल्ली में रविवार को प्रदर्शन हिंसक हो गया था। हालांकि सोमवार को प्रदर्शन किया गया लेकिन हिंसा नहीं हुई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने दो घंटे के लिए इंडिया गेट के आगे मौन प्रदर्शन किया। विपक्षी दल अब इस कानून के खिलाफ राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के पास भी जाने वाले हैं।
जानें पहली बार क्या बोले बाबा रामदेव
बाबा रामदेव सोमवार को आजतक के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने नागरिकता कानून पर चुप्पी तोड़ दी। रामदेव बोले कि सभी मुसलमान भाइयों से वो कहना चाहते हैं कि वो गलत का साथ न दें। रामदेव ने प्रदर्शन के नाम पर देश की संपत्ति को तोड़ने पर नाराजगी जताई। वो बोले कि ये हमारा देश है, यहां की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। वहीं बाबा ने कहा कि ये हिंदू-मुसलमान का विषय नहीं है। बाहर से लोग भारत की आबादी बढ़ाने के लिए आना चाहते हैं जो सही नहीं है।
Leave a Reply