Balakot Strike: पाक का बेनकाब हुआ झूठ, वीडियो शेयर कर अपनी पीठ थपथपाई

 नई दिल्ली। बालाकोट हमले के तकरीबन पांच महीने हो गये हैं लेकिन इसको लेकर पाकिस्तान का दुष्प्रचार अभी तक जारी है। दुनिया भर के स्वतंत्र एजेंसियों और मीडिया ने साबित कर दिया कि भारतीय वायु सेना की जवाबी कार्रवाई में बालाकोट स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद को भारी नुकसान उठाना पड़ा था लेकिन पाकिस्तान सेना इसे अपनी जीत बताने के लिए कोई भी झूठ बोलने को तैयार रहती है। इस झूठ को फैलाने में पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर सबसे आगे होते हैं।

गफूर को काफी शर्मिदगी का सामना करना पड़ा

रविवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ लेकिन इससे गफूर को काफी शर्मिदगी का सामना करना पड़ा। हुआ यह कि गफूर ने रविवार सुबह में यू ट्यूब चैनल पर भारतीय वायु सेना के एक पूर्व अधिकारी के वीडियो को यह कहते हुए शेयर किया कि इससे साबित हो रहा है कि भारत को बालाकोट में शिकस्त का सामना करना पड़ा। लेकिन जल्द ही यह साबित हो गया कि यह वीडियो चार वर्ष पुराना था।

Admission of Indian failure and losses on 27 February 2019 by a well decorated Indian Airforce veteran Air Marshal Denzil Keelor.#Surprisepic.twitter.com/uTeErbucCl

— Asif Ghafoor (@peaceforchange) July 28, 2019

चार साल पुरानी वीडियो को ट्वीट किया
पाक सेना के प्रवक्ता गफूर ने पहले यहां तक दावा कर दिया कि भारतीय वायु सेना के पूर्व अधिकारी स्वीकार कर रहे हैं कि भारतीय वायु सेना को 29 फरवरी, 2019 को बालाकोट हमले के दौरान असफलता हाथ लगी थी। यह अधिकारी सेवानिवृत एयर मार्शल डेंजल किलर थे जो एक पुराने घटनाक्रम के बारे में बता रहे थे। उस वीडियो में उन्होंने भारत व पाकिस्तान की वायु सेनाओं की ताकत का जिक्र किया था। लेकिन गफूर ने उस वीडियो के एक छोटे से अंश को निकाल कर इस तरह से पेश किया कि एयर मार्शल किलर पाकिस्तान सेना की ताकत व उनकी क्षमता का गुणगान कर रहे हैं।

देर शाम गफूर ने मानी अपनी भूल
बाद में जब भारतीयों ने उन्हें याद दिलाया कि यह वीडियो ना सिर्फ पुराना है बल्कि उसका संदर्भ दूसरा है और उसे एडिट किया गया है। तब गफूर ने देर शाम एक ट्वीट किया कि एयर मार्शल की स्वीकारोक्ति और बालाकोट का घटनाक्रम इतना समान था कि विभेद करना मुश्किल हो गया। इसके लिए अपनी भूल भी मानी लेकिन अंत में यह लिखना नहीं भूले कि भारतीय वायु सेना के लिए हालात नहीं बदले हैं।

इस तरह बेसिर पैर के ट्वीट करना गफूर की पुरानी आदत
दरअसल, इस तरह के बेसिर पैर के ट्वीट करना मेजर जनरल आसिफ गफूर की आदत बन चुकी है। एक तरफ जहां पड़ोसी देश के दो प्रमुख राजनीतिक दल पीपीपी और पीएमएल लगातार पाकिस्तान सेना पर लगातार इस बात के लिए हमला कर रहे हैं कि उसने पीएम इमरान खान के तौर पर अपना नुमाइंदा बिठा रखा है। इस विरोध को काटने के लिए गफूर अपने ट्विट के जरिए वहां लगातार राष्ट्रवादी भावनाओं को भड़काने में लगे रहते हैं। इस काम में भारत विरोधी भावनाएं खूब इस्तेमाल किये जाते हैं। इसके लिए उन्हें झूठी सूचनाओं को तोड़ मरोड़ कर पेश करने से भी परहेज नहीं है।

इस फर्जी वीडियो के बारे में 1 सप्ताह पहले ही दे दिए थे संकेत
झूठ को सच बताने की मेजर जनरल गफूर की साजिश का पता इस बात से चलता है कि रविवार को जो ट्वीट उन्होंने किया है उसके बारे मे पिछले मंगलवार (23 जुलाई) को एक ट्विट करके संकेत दिया था। तब उन्होंने दो लाइनें लिखी थी कि यह सच है। चकित होने के लिए तैयार रहो और रियल सर्जिकल स्ट्राइक। यानी इस वीडियो का अंदाजा उन्हें पहले से था और उसे एडिट करने की तैयारी में पूरा अमला जुटा हुआ था।

एयर मार्शल डेंजिल कलीर का है वीडियो
इस वीडियो में वीर चक्र और कीर्ति चक्र से सम्मानित एयर मार्शल डेंजिल कलीर 1962 और 1965 के युद्ध के बारे में बता रहे थे। 1962 में भारत और चीन का युद्ध हुआ था। वहीं 1965 में पाकिस्तान से युद्ध हुआ था। आसिफ गफूर ने इस वीडियो के साथ भारत के विंग कमांडर अभिनंदन का वीडियो भी मिक्स कर दिया है। गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट पर एयरस्ट्राइक किया था।

जमकर हो रहे ट्रोल
आसिफ गफूर बालाकोट स्ट्राइक को लेकर किए गए अपने ट्वीट के कारण सोशल मीडिया में जमकर ट्रोल हो रहे हैं। 27 फरवरी को भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों पर हवाई हमले की नाकाम कोशिश करने वाली पाक वायुसेना को लेकर किए गए उनके इस दावे की लोगों ने हवा निकाल दी।

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