नई दिल्ली। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर दो दिन पहले हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर हमले में गिरफ्तार संदिग्ध फिदायीन ने बताया कि उसे पैरामिलिट्री की गाड़ी को निशाना बनाने का फोन पर निर्देश मिला था। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार संदिग्ध फिदायीन ने कहा, ‘मुझसे फोन पर कहा गया कि मैं काफिले को उड़ा दूं। मेरा काम गाड़ी चलाना और स्विच दबाना था। जब मैं कार में था तब मैंने बटन प्रेस कर दिया था. जब मैंने यह किया तो मैं अकेला था।’
सेना और राज्य पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में शोपियां जिला निवासी ओवैस अमीन रैदर को गिरफ्तार किया गया। बनिहाल के सबडिविजनल पुलिस ऑफिसर सजाद सरवर ने कहा कि ओवैसे को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह एक सवारी गाड़ी में घाटी की ओर भाग रहा था।
डीजीपी दिलबाग सिंह के अनुसार, जिस कार में ब्लास्ट हुआ था उसके ड्राइवर ने गिरफ्तार होने के बाद अपने टेरर कनेक्शन की बात स्वीकार की है। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में ही आरोपी ने यह कहा है कि हैंडलर्स ने फोन पर उसे काफिले के पास एक बटन दबाने के निर्देश दिए थे और वह अकेले ही कार चला रहा था। आरोपी ने यह भी बताया कि वह कार में ब्लास्ट करने के बाद वहां से भाग गया था और हैंडलर्स ने उसे काफिले को उड़ाने के ही निर्देश दिए थे। अब जब वह किसी ट्रक में लिफ्ट लेकर कश्मीर से निकलने की कोशिश में था तब उसे पकड़ लिया गया। सिंह के मुताबिक, कार में भारी नुकसान पहुंचाने के लिए पर्याप्त विस्फोटक मौजूद थे।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के बनिहाल के पास 30 मार्च को एक सैंट्रो कार में ब्लास्ट हुआ था। यह ब्लास्ट नैशनल हाइवे के पास उस वक्त हुआ जब वहां से सीआरपीएफ का काफिला भी गुजर रहा था। इसमें कुछ जवानों को मामूली चोट आई थी। वहीं सीआरपीएफ की एक बस को भारी नुकसान हुआ था। इस मामले में ओवैस अमीन नाम से शख्स का नाम सामने आया था, जिसे सिर्फ 36 घंटे के अंदर सोमवार को पकड़ लिया गया। गौरतलब है कि इससे पहले 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले के बाद जवानों की सुरक्षा में लापरवाही का सवाल उठा था।
#WATCH Confession of the accused in the car blast in Banihal, Ramban, after his arrest, today. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/H2ABl6oj8o
— ANI (@ANI) April 1, 2019
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