पांच किलोवाट से अधिक के कनेक्शन धारक होंगे निशाने पर
— घोटालेबाज और लापरवाह अभियंताओं पर भी कसेगा शिकंजा
लखनऊ। लंबे समय से बिजली का बिल न जमा करने वालों के खिलाफ अब ऊर्जा विभाग की नजरें तिरछी हैं। ऊर्जा विभाग ने जहां एक तरफ बिल जमा न करने वाले पांच किलोवाट से अधिक क्षमता वाले बकायेदारों का कनेक्शन काटने की योजना बनाई है, वहीं विभाग के घोटालेबाज और लापरवाह अभियंताओं पर भी शिकंजा कस रहा है।
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने इंजीनियरों पर कार्रवाई के साथ ही कई बिंदुओं पर जांच कराने के निर्देश दिए हैैं। विभागीय कामकाज की समीक्षा के दौरान ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कल उन सभी बकाएदारों के बिजली कनेक्शन काटने के निर्देश दिए, जिनका कनेक्शन पांच किलोवाट से अधिक क्षमता का है और जिन्होंने दो महीने या इससे अधिक समय से बिल जमा नहीं किया है।
समीक्षा के दौरान लापरवाही पर बरेली के मुख्य अभियंता को कार्रवाई की चेतावनी दी, जबकि विभागीय स्टोर की जांच में गड़बड़ सामग्री पाए जाने पर जिन कंपनियों को काली सूची में दर्ज किया गया था, खरीद से पहले उन कंपनियों के सामान की जांच करने वाले 40 इंजीनियरों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैैं। इनमें पश्चिमांचल के 15, दक्षिणांचल के 12, पूर्वांचल के नौ और मध्यांचल निगम के चार इंजीनियर शामिल हैैं।
इसके अलावा मंत्री ने ट्रांसफार्मर की बैलेंसिंग में लापरवाही पर प्रयागराज के मुख्य अभियंता को चेतावनी दी, जबकि यहीं के लापरवाह एसडीओ को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। उन्होंने नए लगे खंभों के आंधी-पानी में उखडऩे और टूटने पर नाराजगी जताते हुए इसकी विशेष जांच कराने को कहा। साथ ही हरदोई के स्टोर का भी विशेष ऑडिट कराने के निर्देश दिए। ऊर्जा मंत्री ने संविदाकर्मियों के हर महीने समय पर वेतन दिलाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। साथ ही लापरवाह अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने की भी चेतावनी दी।
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