नई दिल्ली। भागलपुर के नाथनगर हिंसा मामले में आरोपी केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत के पटना में सरेंडर की। देर रात पटना में अर्जित के सरेंडर के बाद उन्हें भागलपुर ले जाया गया। वहां उन्हें अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (एसीजेएम) की अदालत में हाजिर किया गया। अदालत ने उन्हें 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इसके पहले पटना से लाते वक्त समर्थकों ने जगह-जगह प्रदर्शन किया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे का कहना है कि वो भगोड़ा नहीं हैं, जमानत याचिका खारिज होने के बाद उन्होंने सरेंडर करने का फैसला लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अर्जित शाश्वत ट्रेन से आरा से पटना आ रहे थे। पुलिस ने उनको पटना स्टेशन से बाहर निकलते ही महावीर मंदिर के पास गिरफ्तार कर लिया गया। आपको बता दें कि अर्जित पर 17 मार्च को बिना अनुमति जुलूस निकालने समेत सांप्रदायिक दंगा फैलाने सहित कई आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में अर्जित शाश्वत चौबे, अभय कुमार घोष, प्रमोद वर्मा पम्मी, देव कुमार पांडेय, सुरेंद्र पाठक, अनुप लाल साह, संजय भट्ट, प्रणव साह उर्फ प्रणव दास के खिलाफ न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। वहीं अर्जित शाश्वत को लेकर विपक्ष के साथ-साथ सहयोगी भी बीजेपी पर हमलावर हो गई हैं। जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी के बाद विधायक श्याम रजक ने भी कह दिया कि अपराधी किसी का बाप या बेटा नहीं होता है।
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