दिल्ली विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब राजनीतिक पार्टियों की नजर बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर हैं। आपको बता दें इसी बीच जेडीयू के पूर्व नेता शरद यादव ने एक बड़ा दांव खेला। दरअसल उन्होंने बिहार में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में एक बड़े नेता का नाम लिया।
आपको यह भी बता दें कि मुख्यमंत्री पद के रूप में इस नेता को बताकर उन्होंने इस रेस से खुद को अलग कर लिया। हालांकि उनके रेस से अलग होने के बाद कुछ लोगों का मानना हैं कि यह उनका राजनीति का एक बड़ा दांव हो सकता है।
दरअसल बीते शुक्रवार को महागठबंधन के दोनों अहम दल आरजेडी और कांग्रेस की गैर-मौजूदगी में जेडीयू के पूर्व नेता तथा लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद) के संयोजक शरद यादव की अगुवाई में बंद कमरे में एक बैठक। इस बैठक मे शरद यादव ने मुख्यमंत्री पद की रेस से अपने को अलग कर लिया था। इसके बाद शरद यादव ने बुधवार को कहा कि वे बिहार में महागठबंधन के लिए संभावित मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं और तेजस्वी यादव, जो पहले से ही राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की ओर से मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किए गए हैं, इसके लिए ज्यादा फिट बैठते हैं।
Leave a Reply