असम के एक डिटेंशन सेंटर में रहने वाले 55 वर्षीय व्यक्ति की शुक्रवार को एक अस्पताल में मौत हो गई थीं. इसको लेकर ऋचा चड्ढा ने ट्वीट किया है, जो वायरल हो रहा है.
नई दिल्ली: असम के एक डिटेंशन सेंटर में रहने वाले 55 वर्षीय व्यक्ति की शुक्रवार को एक अस्पताल में मौत हो गई थीं. पुलिस ने इस संबंध में कहा था कि उन्हें 22 दिसंबर को उन्हें बड़ा स्ट्रोक होने के बाद गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था. नरेश कोच पिछले तीन वर्षों में डिटेंशन सेंटर में मरने वाले 29वें व्यक्ति हैं. बॉलीवुड गलियारे से इस खबर पर खूब रिएक्शन आ रहे हैं. बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने भी इस संबंध में एक ट्वीट किया है, जो खूब ध्यान खींच रहा है.
Hindu man, Naresh Koch, is the 29th person to die in the detention centre in Assam.
Agreed, Hindu khatre mein hain. https://t.co/JRWP9OxKvu— TheRichaChadha (@RichaChadha) January 5, 2020
ऋचा चड्ढा ने लिखा: “हिंदू शख्स, नरेश कोच असम के डिटेंशन सेंटर में दम तोड़ने वाले 29वें व्यक्ति हैं. सहमत, हिंदू खतरे में हैं.” ऋचा चड्ढा ने इस तरह इस संबंध में अपना रिएक्शन दिया है. उनके इस ट्वीट पर यूजर्स के भी रिएक्शन आने लगे हैं. वैसे भी ऋचा चड्ढा समसामयिक मुद्दों पर अपनी राय बेबाकी से रखने के लिए जानी जाती हैं.
बता दें कि तिनिकुनिया पारा गांव के रहने वाले मजदूर नरेश कोच साल 1964 में बांग्लादेश (उस वक्त पूर्व पाकिस्तान था) से पहले मेघालय आए. इसके बाद वह तिनिकुनिया पारा गांव में रहने लगे, वहां वह 35 साल से रह रहे थे. साल 2018 तक उन्होंने हर एक चुनाव में मतदान किया. लगातार चार बार सुनवाई में असफल होने के बाद उन्हें एक विदेशी ट्रिब्यूनल ने 2018 में विदेशी घोषित कर दिया था. नरेश कोच-राजबंशी समुदाय के थे, जिन्हें मेघालय में आदिवासी का दर्जा प्राप्त है, लेकिन असम में अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलने का इंतजार है.
सरकार के मुताबिक, साल 2016 से लेकर अक्टूबर 2019 तक डिटेंशन सेंटर में रहने वाले 28 लोगों की मौत हुई है. नवंबर महीने में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में बताया था कि ’22 नवंबर 2019 तक 988 विदेशियों को असम के छह डिटेंशन सेंटर में डाला गया है.’ अपडेटेड नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) में लगभग 19 लाख लोगों को बाहर कर दिया गया था, जो कि 31 अगस्त 2019 में प्रकाशित हुआ था.
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