भगोड़ा विजय माल्या कुछ दिनों में जेल की सलाखों के पीछे होगा, कानूनी कार्रवाई पूरी—रिपोर्ट्स

नई दिल्ली। भगोड़े शराब कारोबारी और बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के संस्थापक विजय माल्या का अगले कुछ दिनों में कभी भी प्रत्यर्पण किया जा सकता है। अंग्रेजी के बिजनेस अखबार इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, माल्या के प्रत्यर्पण से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। आपको बता दें कि पूर्व सांसद और देश की सबसे बड़ी शराब कंपनी युनाइटेड ब्रुअरीज के मालिक माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस शुरू की जो बाद में बंद हो गई। उस पर 9000 करोड़ रुपये के फ्रॉड और मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया। लेकिन वो व्यक्तिगत कारण बताकर मई 2016 में भारत से भाग गया।

तब से वह ब्रिटेन में ही रह रहा है। माल्या ने कम से कम 17 भारतीय बैंकों को धोखा देकर कर्ज लिया और अवैध रूप से लोन का पूरा पैसा या एक हिस्सा विदेश में करीब 40 कंपनियों के खातों में ट्रांसफर कर दिया।

अब क्या होगा-माल्या के प्रत्यर्पण में सबसे बड़ी बाधा 14 मई को उस समय दूर हो गई जब माल्या अपना प्रत्यर्पण के खिलाफ केस हार गया. अब सरकार को अगले 28 दिनों के भीतर उसे वापस लेकर आना है। 14 मई के बाद से 20 दिन पहले ही गुजर चुके हैं. ऐसे में उसे अगले आठ दिनों के भीतर वापस लाना है।

अप्रैल में यूके हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा था कि विजय माल्या को भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है. इसके बाद 14 मई को कोर्ट ने माल्या को सुप्रीम कोर्ट जाने का मौका देने से इनकार कर दिया था।

ब्रिटेन के कानून के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों के मुताबिक प्रत्यर्पण को टालने के लिए माल्या के पास दो तरीके हैं, जिनमें से एक शरण मांगना है. माल्या को भारत प्रत्यर्पित करने के लिए दिसंबर, 2018 में ही लंदन की वेस्टमिन्सटर कोर्ट ने आदेश दिया था.

कुछ दिनों में जेल की सलाखों के पीछे होगा माल्या- ईडी के सूत्र के अनुसार ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में माल्या की याचिका खारिज हो चुकी है. हमने उसके प्रत्यर्पण के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं.

सीबीआई और ईडी की टीमें उसके प्रत्यर्पण पर काम कर रही हैं. इस मामले से जुड़े सीबीआई के सूत्र ने बताया कि प्रत्यर्पण के बाद हम सबसे पहले उसे कस्टडी में लेंगे क्योंकि उसके खिलाफ हमने सबसे पहले केस दर्ज किया था.

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