मुख्यमंत्री के बाद नगर विकास मंत्री कौशिक को हरिद्वार की तरह रुड़की में भी हताशा हाथ लगी। हरिद्वार में मदन कौशिक ने मेयर की सीट को सामान्य सीट से बदलकर महिला सीट आरक्षित करवाकर अपनी पसंदीदा उम्मीदवार अन्नू कक्कड़ को मेयर पद के लिए चुनाव मैदान में उतारा था।
उत्तराखंड में भाजपा की जमकर किरकिरी हो रही है। उत्तराखंड के रुड़की शहर में नगर निगम के मेयर के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार मयंक अग्रवाल तीसरे नंबर पर रहे। जबकि कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही और भाजपा बागी गौरव गोयल कांग्रेस के उम्मीदवार से 25 सौ से ज्यादा वोटों से जीते। रुड़की नगर निगम के मेयर चुनाव में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र्र सिंह रावत और नगर विकास मंत्री हरिद्वार के विधायक मदन कौशिक ने मयंक अग्रवाल को टिकट दिया था और मुख्यमंत्री ने रुड़की में जनसभा में इस सीट को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ते हुए ऐलान किया था कि मयंक अग्रवाल की उनके घर तक सीधी एंट्री है यानी मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा से यह चुनाव सीधे-सीधे जुड़ा था। परंतु भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मयंक अग्रवाल का जमकर विरोध किया और भाजपा की दुर्गति यहां पर जमकर हुई।
मुख्यमंत्री के बाद नगर विकास मंत्री कौशिक को हरिद्वार की तरह रुड़की में भी हताशा हाथ लगी। हरिद्वार में मदन कौशिक ने मेयर की सीट को सामान्य सीट से बदलकर महिला सीट आरक्षित करवाकर अपनी पसंदीदा उम्मीदवार अन्नू कक्कड़ को मेयर पद के लिए चुनाव मैदान में उतारा था। जिसका संघ और भाजपाइयों ने जमकर विरोध किया था। नतीजतन वह कांग्रेस की उम्मीदवार अनीता शर्मा से साढ़े तीन हजार वोटों से हारीं और मदन कौशिक अपनी गृह सीट में भी भाजपा को जीत नहीं दिला पाए। अब अपने गृह जनपद की रुड़की सीट भी भाजपा ने गंवा कर हरिद्वार जिले में अपनी रही-सही प्रतिष्ठा भी मिट्टी में मिला दी। मदन कौशिक ने रुड़की सीट को सामान्य करवाया था। इस तरह भाजपा का हरिद्वार जिले में राजनीतिक पतन शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि गौरव गोयल को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अपना आशीर्वाद दे रखा था।
रुड़की में भाजपाई मुख्यमंत्री और मंत्री मदन कौशिक के उम्मीदवार के खिलाफ एकजुट हो गए थे। रुड़की के नगर विधायक प्रदीप बत्रा भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकेश कुमार तथा संघ से जुड़े हुए सभी कार्यकर्ता भाजपा बागी उम्मीदवार गौरव गोयल के साथ खड़े थे। तभी संघ से जुड़े हुए महंत रुपेंद्र प्रकाश ने अपने हरिद्वार के आश्रम में गौरव गोयल का स्वागत किया। गौरव गोयल की जीत ने मुख्यमंत्री और मंत्री मदन कौशिक का राजनीतिक कद घटा दिया है। उधर पिथौरागढ़ सीट पर भाजपा की उम्मीदवार और पूर्व मंत्री दिवंगत प्रकाश पंत की पत्नी चंद्रा पंत भी बहुत कम अंतर से कांग्रेस की अनजान उम्मीदवार से जीतीं। इसका मतलब राज्य में भाजपा का ग्राफ लगातार गिर रहा है। उधर, भाजपा के कई मंत्री मुख्यमंत्री की काम करने की शैली से नाराज हैं। मदन कौशिक कहते घूम रहे हैं कि मयंक अग्रवाल मेरे नहीं मुख्यमंत्री के उम्मीदवार थे। उधर भाजपा और संघ से जुड़े एक अखाड़े के महंत से मदन कौशिक ने मुख्यमंत्री की जन्मपत्री दिखाकर यह पूछा कि इनका कार्यकाल कब तक रहेगा। (प्रस्तुति : अनिल बंसल)
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