नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. क्योंकि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में महज कुछ ही समय बचा है. ऐसे में जीत के लिए बीजेपी-कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. इसी दरम्यान पार्टियों दूसरे दलों के नेताओं को लेने का दौर भी शुरू हो गया है. माना जा रहा है कि इस बार के चुनाव में भी आम आदमी पार्टी का पलड़ा भारी है. ऐसे में जीत के लिए हर नए दांव अपना रही है. खबरों की माने तो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कभी उनके ही पार्टी में रहे और कपिल मिश्रा को सीएम केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उतार सकती है. वैसे तो कपिल मिश्रा करावल नगर सीट से टिकट के दावेदार हैं.
बता दें कि एक दौर था जब कपिल मिश्रा बीजेपी पर लगातार हमला किया करते थे. उस वक्त उन्हें अरविंद केजरीवाल का करीबी भी माना जाता था. लेकिन दोनों के बीच अनबन के बाद दूरी बढ़ती गई. वहीं इसी दौरान कपिल मिश्रा बीजेपी के समर्थन में बोलने लगे और लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पक्ष में अभियान चलाने के कारण दिल्ली विधानसभा की सदस्यता गंवानी पड़ी थी. इसी दौरान दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने इस दलबदल विरोधी कानून के तहत मिश्रा को अयोग्य करार दे दिया था. कपिल मिश्रा को अब विधानसभा चुनाव 2020 में केजरीवाल के खिलाफ उतार के जीत के समीकरण को बदलना चाहता है. फिलहाल अभी तक इसे लेकर बीजेपी की तरफ से कोई अभी अधिकारिक बयान नहीं दिया गया है.
गौरतलब हो कि 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा के चुनाव 8 फरवरी को होंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी. चुनाव की अधिसूचना 14 जनवरी को जारी की जाएगी, जबकि नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 24 जनवरी होगी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि आम आदमी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव अपनी सरकार द्वारा किए गए कार्यों के आधार पर लड़ेगी.
अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी इस बार उन चेहरों को भी विधानसभा चुनाव में टिकट दे सकती है जो साल 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं. इसमें युवा नेता राघव चड्ढा और आतिशी मार्लेना सबसे आगे चल रहे हैं. हालांकि चुनाव लड़ने को लेकर इन दोनों नेताओं की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है.
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