उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के दो पूर्व विधायकों सहित कई लोगों ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजुदगी में बीजेपी का साथ छोड़कर सपा का दामन थामा है. अखिलेश ने गोरखपुर महोत्सव पर कहा कि अब तो बराबरी हो गई है. हम लोग कला को पसंद करने वाले हैं, हमें आपत्ति क्यों होगी. लेकिन जब महोत्सव हो रहा है तो सैफई से अच्छा हो.
सपा में शामिल होने वालों में पूर्व विधायक श्याम लाल रावत और महेश वाल्मीकि शामिल हैं.
अखिलेश यादव ने सूबे में कानून-व्यवस्था पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि ‘पुलिस लोगों पर अत्याचार कर रही है. किसी भी मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हो रही है. राजनीति से जुड़े लोग पुलिस पर दबाव बना रहे हैं.
बाराबंकी में जहरीली शराब से मौत पर अखिलेश ने कहा, “हमारी सरकार में जब ऐसी घटना होती थी तो भाजपा वाले सवाल उठाते थे। यह घटना बड़ी है, सरकार को जांच करानी चाहिए.
बीजेपी को उत्तर प्रदेश में मिला झटका, भाजपा के दो पूर्व विधायक अखिलेश के साथ सपा में आये
अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को तगड़ा झटका दिया है। कारण, शनिवार को 12 नेताओं ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। सपा के नोएडा पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सुनील चौधरी के नेतृत्व में सभी नेताओं ने लखनऊ जाकर अखिलेश यादव से मुलाकात कर सपा की सदस्यता ग्रहण की।
बता दें कि दीपक विज भाजपा में पिछले करीब दो दशक से से सक्रिय रहे हैं और विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे थे। इसके साथ ही बसपा के नोएडा महासचिव योगेश भाटी, पूर्व लोकसभा प्रभारी गौतमबुद्धनगर रामबीर सिंह जाटव, पूर्व अध्यक्ष महिला बिग्रेड सुशीला भारती, बसपा महासचिव विधानसभा नोएडा चरण सिंह जाटव, बसपा पूर्व महासचिव विधानसभा नोएडा मंडल विनय सिंह जाटव, बसपा पूर्व जिला कोषाध्यक्ष नोएडा अनिल पाल सपा में शामिल हुए।
इन अलावा बसपा पूर्व महासचिव विधानसभा नोएडा अजब सिंह नागर, बसपा पूर्व जिला कोषाध्यक्ष नोएड जविस अली, पूर्व अध्यक्ष विधानसभा नोएडा बसपा सिराजुद्दीन मलिक, कोषाध्यक्ष महानगर नोएडा बसपा नसीरूद्दीन सेफी और अध्यक्ष मेरठ मंडल युवा कांग्रेस सोनू प्रधान ने सप की सदस्यता ग्रहण की
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