सदमे में भाजपा: अभी तक नहीं चुना विधायक दल का नेता, जानिए

रांची. हार के सदमे से भाजपा अभी बाहर नहीं निकल पाई है। विधायक दल का नेता कौन होगा, इसका चुनाव नहीं हुआ है। पार्टी ने इस बाबत अभी विधायक दल की बैठक तक नहीं बुलाई है। 6 जनवरी से पंचम विधानसभा का पहला सत्र प्रारंभ होगा, ऐसे में 5 जनवरी तक विधायक दल के नेता का चुनाव हो जाना चाहिए। इस बीच चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार जाने के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा इस्तीफा दे चुके हैं, तो प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह 26 दिसंबर से दिल्ली में हैं। प्रदेश कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है। गाहे-बगाहे अगर कोई जीता हुआ विधायक प्रदेश कार्यालय पहुंचता भी है, तो उसे सही सूचना नहीं मिल पा रही है।

पार्टी की करारी हार के बावजूद प्रदेश स्तर पर समीक्षा बैठक की कहीं कोई सुगबुगाहट नहीं है। पार्टी के सभी जीते 25 विधायक अपने-अपने क्षेत्र में हैं। मिली जानकारी के अनुसार, धर्मपाल सिंह के साथ भाजपा के आला नेताओं की दिल्ली में पार्टी विधायक दल के नेता अौर प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति पर मंथन हुआ है। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष समेत अन्य वरीय नेताओं के साथ धर्मपाल सिंह की दो दौर की बैठक भी हुई है। विधानसभा चुनाव प्रभारी रहे ओमप्रकाश माथुर ने भी अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय संगठन को सौंप दी है।

26 दिसंबर से दिल्ली में हैं प्रदेश संगठन महामंत्री, कार्यालय में पसरा है सन्नाटा 
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह गुरुवार को रांची आएंगे। उनके आने के बाद ही आगे की गतिविधियां तेज होंगी। संगठन की सोच है कि पार्टी विधायक दल का नेता कोई आदिवासी चेहरा हो, जबकि अध्यक्ष पद के लिए गैर आदिवासी के नाम पर चर्चा चल रही है। विधायक दल के नेता के नाम के रूप में नीलकंठ सिंह मुंडा का नाम सबसे आगे चल रहा है। 28 जनजातीय विधानसभा क्षेत्रों में से 26 सीटों पर हार चुकी भाजपा के पास एसटी विधायकों में नीलकंठ सिंह मुंडा और कोचे मुंडा हैं, जिनमें से वरीयता के आधार पर नीलकंठ सिंह मुंडा ही अंतिम विकल्प बताए जा रहे हैं।

अालमगीर ने दिया अामंत्रण: 6 काे कांग्रेस विधायक दल की बैठक, पहली बार शामिल होंगे 16 विधायक 
कांग्रेस विधायक दल की बैठक 6 जनवरी काे हाेगी। छह काे ही नवनिर्वाचित विधायकाें काे शपथ लेनी है, इसलिए विधायक पद की शपथ लेने के बाद ही उनकी बैठक हाेगी। कांग्रेस विधायक दल के नेता अालमगीर अालम ने इसकी पुष्टि की। उन्हाेंने बताया कि छह काे विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हाे रहा है, इसलिए सभी विधायक रांची पहुंच जाएंगे। उसी दिन कांग्रेस विधायक दल की बैठक अायाेजित की जाएगी। इसके लिए सभी विधायकाें काे सूचना दी जा रही है।

मालूम हाे कि राज्य गठन के बाद से अब तक झारखंड में कांग्रेस का यह सबसे बेहतर प्रदर्शन है। कांग्रेस ने झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में कुल 16 विधानसभा क्षेत्राें में जीत का परचम लहराया है, इसलिए विधायक दल की बैठक में भी सबसे ज्यादा 16 विधायक शामिल हाेंगे। बताया जा रहा है कि विधायकाें की बैठक में खास ताैर पर पहली बार विधायक बने लाेगाें काे हल्की ट्रेनिंग भी दी जाएगी, ताकि वे विधायक के रूप में विधानसभा सत्र के दाैरान अपनी भूमिका काे अच्छी तरह से निभा सकें।

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