नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, इस बीच नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला भी तेज हो गया है। पिछले एक सप्ताह के दौरान तकरीबन दर्जनभर नेता आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में जा चुके हैं।
इस बीच कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान की घर वापसी तय हो गई है। हालांकि पार्टी में उनकी ज्वाइनिंग एक-दो दिन में होगी, लेकिन मंगोलपुरी विधानसभा सीट से उनका टिकट तय माना जा रहा है। राजुकमार चौहान ने कहा कि सोनिया गांधी का बुलावा आया तो मैं उनके पास पहुंचा। उन्होंने वापस आने को कहा तो मैं इनकार नहीं कर सका।
राजकुमार चौहान के मुताबिक एक-दो दिन में ज्वाइनिंग हो जाएगी। मैंने इस बारे में भाजपा को भी अपना फैसला बता दिया है ताकि वह अपना टिकट को लेकर फैसला कर सके। चौहान की सोनिया से मुलाकात के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा भी मौजूद रहे। मालूम हो कि शीला दीक्षित सरकार में मंत्री रहे चौहान पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार न बनाए जाने से नाराज होकर भाजपा में शामिल हो गए थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा में भी उनका टिकट लगभग तय था, इसलिए उन्होंने वहां इसकी सूचना दे दी ताकि कोई धोखे में न रहे। उनकी वापसी करने पर कांग्रेस की ओर से उन्हें मंगोलपुरी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने की पूरी संभावना है। वह इस सीट से कई बार विधायक रहे और 2013 के चुनाव में आम आदमी पार्टी की राखी बिड़लान से हार गए थे। यहां यह भी बता दें कि मंगोलपुरी विधानसभा सीट साल 1993 में अस्तित्व में आई थी। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
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