भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने राहुल गांधी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के बारे में कुछ नहीं जानते हैं और उन्होंने इस पर उन्हें 10 लाइन बोलने की चुनौती दी। नड्डा ने असम में भाजपा के बूथ स्तरीय प्रमुखों की एक रैली में राहुल को यह चुनौती दी। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘मैं राहुल गांधी को सीएए के बारे में 10 लाइन बोलने और अधिनियम में वह जिस चीज का विरोध कर रहे हैं, उस बारे में दो लाइन बोलने की चुनौती देता हूं।’’
नड्डा ने कहा, ‘‘वह कुछ नहीं जानते हैं। वह लोगों से कहते हैं वे अपने पासपोर्ट और आधार कार्ड से वंचित हो जाएंगे। लेकिन सीएए नागरिकता देने के लिए है ना कि छीनने के लिए। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप की (राहुल की) सोच में गड़बड़ी है क्योंकि आप सिर्फ राजनीति से प्रेरित हैं। आप राष्ट्र को नहीं देखते बल्कि सिर्फ वोट बैंक को देखते हैं जिसे आपने राष्ट्र से ऊपर रखा है। भाजपा के लिए, वोट से ऊपर देश है क्योंकि हम राष्ट्र के लिए प्रेम से प्रेरित हैं।’’ नड्डा ने कांग्रेस नेतृत्व पर सीएए के विरोध के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘आपके (सोनिया गांधी के) पुत्र (राहुल) संसद में बयान नहीं देते बल्कि नारे देते हैं। आप उन्हें वहां बोलने के लिए भेजते हैं लेकिन वह ऐसा नहीं करते। मुझे इस पार्टी और इसके नेतृत्व की मानसिक योग्यता पर दुख है।’’ कांग्रेस पर अपना प्रहार जारी रखते हुए नड्डा ने कहा, ‘‘असम समझौता पर 1985 में हस्ताक्षर किए गए थे और देश पर 70 साल शासन करने के बावूद आप 2017 तक सोये रहे…।’’
उन्होंने कांग्रेस नेताओं को उन शिविरों में भी जाने की चुनौती दी जहां अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक आधार पर प्रताड़ना का सामना करने के चलते उन देशों से पलायन कर आए गैर मुस्लिम रह रहे हैं ताकि वे उनकी दशा खुद देख सकें। नड्डा ने धार्मिक आधार पर प्रताड़ित किए गए इस तरह के लोगों को शरण देने के महात्मा गांधी के कथन, उसके बाद प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा ऐसे लोगों को राहत कोष देने की इच्छा जताना और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा इन लोगों के लिए भारत में व्यवस्था करने के बारे में कहे जाने का भी जिक्र किया। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘पलायन कर भारत में आए ये लोग कहां जाएंगे? नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने अधिनियम में संशोधन लाया ताकि वे लोग गरिमा एवं सम्मान से जी सकें।’’ उन्होंने असम के लोगों की इन आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की कि सीएए से उनकी भाषा, पहचान और संस्कृति को खतरा पैदा होगा। भाजपा नेता राम माधव ने कहा कि सीएए का जो लोग विरोध कर रहे हैं वे इसे पूरी तरह से नहीं समझ रहे हैं, जबकि अन्य लोग इसे समझना नहीं चाहते। उन्होंने कांग्रेस पर झूठ और दुष्प्रचार से सीएए के बोर में लोगों को उकसाने का अरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस यह झूठ फैला रही है कि सीएए के चलते करोड़ों बांग्लादेशी असम में आ जाएंगे। भाषा
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