रायपुर. भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जल्द ही तस्वीर साफ होने की उम्मीद दिखाई दे रही है। पार्टी सूत्रों की माने तो दो-तीन दिन के भीतर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कब होगा। संभावना जताई जा रही है कि मकर संक्रांति के बाद ही प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष मिल पाएगा। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी उत्तरायण के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कराने की तैयारी में है।
प्रदेश में 18 जिलों में भाजपा जिलाध्यक्षों का चुनाव हो गया है। पार्टी गाइड लाइन के मुताबिक यदि आधे जिलों में जिलाध्यक्ष का चुनाव हो गया है, तो वहां प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हो सकता है। इस हिसाब से प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव का रास्ता पूरी तरह से साफ है। चुनाव के लिए पहले ही पर्यवेक्षक की नियुक्ति हो गई है।
ऐसे में दावेदारों के नाम भी खुलकर सामने आने लगे हैं। पार्टी का मानना है कि विपक्ष में रहने की वजह से तेजतर्रार नेता की तालश है। ऐसे स्थिति में वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेण्डी को बदला जा सकता है। मालूम हो कि विधानसभा चुनाव की हार के बाद उसेण्डी को प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी दी गई है।
जाति के आधार पर खेल सकती है दांव
भाजपा का शीर्ष नेतृत्व छत्तीसगढ़ में जातिगत समीकरण के आधार पर अपना दांव खेल सकता है। पार्टी ने सामान्य वर्ग से अब तक सिर्फ दो अध्यक्ष बनाए हैं। अधिकतर अध्यक्ष आदिवासी और अन्य पिछड़ा वर्ग से ही आए। सूत्रों का कहना है कि मौजूदा हालात को देखते हुए पार्टी आदिवासी वर्ग से किसी को नेता बना सकती है।
ऐसा होता है तो विक्रम उसेण्डी, विष्णुदेव साय, रामविचार नेताम और केदार कश्यप के नाम सामने आ रहे हैं। सामान्य वर्ग से रमन सिंह को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल और प्रेमप्रकाश पाण्डेय का नाम भी दावेदारों में शुमार किया जा रहा है। पिछड़ा वर्ग से सांसद विजय बघेल का नाम तेजी से उभरकर सामने आया है।
फोन पर ले रहे जानकारी
सूत्रों का कहना है कि शीर्ष नेतृत्व ने नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश तेज कर दी है। प्रदेश के चुनिंदा पदाधिकारियों के पास प्रदेश अध्यक्ष के चयन को लेकर फोन आने शुरू हो गए हैं। नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर उनसे पसंद और नापसंद की जानकारी ली जा रही है।
रायशुमारी कर लौटे पर्यवेक्षक
शीर्ष नेतृत्व में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र यादव और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य को पर्यवेक्षक बनाया है। इसके बाद नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर रायशुमारी का एक दौर पूरा हो गया है। पिछले दिनों भूपेंद्र यादव ने छत्तीसगढ़ पहुंचकर कोर कमेटी के सदस्यों का मन भी टटोला था। हालांकि इस दौरान प्रदेश के किसी अन्य पदाधिकारियों से कोई चर्चा नहीं हुई थी।
भाजपा में अब तक के प्रदेश अध्यक्ष
नंदकुमार साय, डॉ. रमन सिंह, ताराचंद साहू, लखीराम अग्रवाल, शिवप्रताप सिंह, विष्णुदेव साय, रामसेवक पैकरा, धरमलाल कौशिक और विक्रम उसेण्डी।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा, नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए शीर्ष नेतृत्व ने पर्यवेक्षक की नियुक्ति कर दी है। आगे शीर्ष नेतृत्व के निर्देश के आधार पर ही चुनाव प्रक्रिया पूरी होगी।
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