BJP के मंसूबे हुए फेल: राजस्थान में सचिन पायलट की बन गई बात, गहलोत बोले- सारे विधायक साथ

सचिन और अशोक
सचिन और अशोक

करीब एक महीने की बगावत के बाद सचिन पायलट की कांग्रेस में घर वापसी तय हो गई है. अपनी बगावत को पद और प्रतिष्ठा की बात कहने वाले सचिन पायलट ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की. कांग्रेस की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया है, जो कि सचिन पायलट की सभी समस्याओं का समाधान करेगी. इन वादों के साथ ही सचिन पायलट मान गए हैं और जल्द ही वो कांग्रेस में किसी बड़े पद पर दिखाई दे सकते हैं.

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि पार्टी में भाईचारा बरकरार है. तीन सदस्यों की कमेटी बनाई गई है, जो सभी विवादों को सुलझाएगी. बीजेपी की ओर से सरकार गिराने की कोशिश की गई, लेकिन हमारे विधायक एक साथ हैं और एक भी व्यक्ति हमें छोड़कर नहीं गया. पायलट गुट में रहे तीनों निर्दलीय विधायक जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने पहुंचे हैं. इनमें खुशवीर सिंह, सुरेश टांक और ओमप्रकाश शामिल हैं. राजस्थान के सियासी ड्रामे पर कपिल सिब्बल ने अपने ही अंदाज में एक ट्वीट किया है, जिसमें भाजपा पर तंज कसा है.

सचिन पायलट आज शाम चार बजे तक जयपुर पहुंचेंगे. बगावत के करीब एक महीने के बाद सचिन पायलट राजस्थान वापस लौट रहे हैं. अब से कुछ देर में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसलमेर पहुंचेंगे. जहां पर सभी विधायक रुके हुए हैं, इस दौरान कांग्रेस आलाकमान के फैसले की चर्चा होगी.

अब क्या होगा?

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को सचिन पायलट और उनके साथी विधायकों से मुलाकात की, सभी की बातें सुनी गईं. जिसके बाद मंगलवार को सभी विधायक जयपुर जा सकते हैं. यानी 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र से पहले ही कांग्रेस ने अपने घर को समेट लिया है. दूसरी ओर कांग्रेस आलाकमान ने अशोक गहलोत से भी बात की है, वो भी हॉर्स ट्रेडिंग मामले में नरमी बरतने को तैयार हैं.

कैसे राजी हुए सचिन पायलट?

राहुल-प्रियंका से मुलाकात के बाद सचिन पायलट ने मीडिया से बात की, उन्होंने कहा कि पार्टी पद देती है तो ले भी सकती है. हम आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ रहे थे. इस बीच अब इस बात पर मंथन होगा कि सचिन पायलट की सम्मानजनक वापसी कैसे हो, पार्टी की ओर से उन्हें केंद्रीय नेतृत्व में कोई पद दिया जा सकता है.

ऐसे में राजस्थान में अशोक गहलोत अभी सीएम बने रहेंगे, लेकिन सचिन पायलट के करीबियों को मंत्रिमंडल में बड़ा पद मिल सकता है. इसके अलावा पार्टी की ओर से सचिन पायलट को मुख्यमंत्री पद का आश्वासन मिला है.

अब विधानसभा सत्र पर निगाहें

गौरतलब है कि 14 अगस्त को विधानसभा का सत्र शुरू होना है, पायलट गुट के कुछ विधायक जयपुर लौट आए हैं और कुछ जल्द लौटेंगे. भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने का सपना देख रही थी, वो फिर टूट गया है. आज बीजेपी की बैठक भी होनी है, ऐसे में उसमें भी कुछ असर दिख सकता है. हालांकि, वसुंधरा राजे और उनके समर्थकों ने पहले ही अपने अलग तेवर दिखा दिए हैं.

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