यूनिक समय, नई दिल्ली। चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर चुनाव में बड़ा उलटफेर हुआ, जहां आम आदमी पार्टी (आप) को हार का सामना करना पड़ा और भारतीय जनता पार्टी ने मेयर पद पर कब्जा कर लिया। बीजेपी की उम्मीदवार हरप्रीत कौर बबला ने आप की प्रेम लता को हराकर चंडीगढ़ की नई मेयर के रूप में शपथ ली।
इस चुनाव में बीजेपी को 19 वोट मिले, जबकि आप-कांग्रेस गठबंधन को केवल 17 वोट हासिल हुए। इस हार का प्रमुख कारण माना जा रहा है क्रॉस वोटिंग, जिसमें कांग्रेस और आप के कुछ पार्षदों ने बीजेपी के पक्ष में वोट किया। वहीं, सीनियर डिप्टी मेयर के पद पर कांग्रेस के जसबीर सिंह बंटी ने जीत दर्ज की। उन्हें 19 वोट मिले, जबकि बीजेपी की विमला दुबे को 17 वोट मिले। हालांकि, चुनाव में कांग्रेस और आप गठबंधन के कुछ पार्षदों ने बीजेपी के पक्ष में वोट दिया, जिसका असर चुनाव परिणामों पर पड़ा।
चंडीगढ़ नगर निगम में कुल 35 सदस्य हैं, जिसमें 13 आप के, 6 कांग्रेस के, और 16 बीजेपी के पार्षद हैं, साथ ही चंडीगढ़ के सांसद को भी वोट देने का अधिकार था। लेकिन गुप्त मतदान के दौरान कुछ अप्रत्याशित वोटिंग ने आप और कांग्रेस गठबंधन के प्रयासों को विफल कर दिया और बीजेपी को मेयर पद पर विजयी बना दिया।
चुनाव में पार्षदों की संख्या में बदलाव भी महत्वपूर्ण रहा। कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के पार्षद गुरबख्श रावत बीजेपी में शामिल हो गए थे, जिससे बीजेपी के पक्ष में वोटों की संख्या में इजाफा हुआ। यह जीत बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई, जिसने आप के हाथों से मेयर पद छीन लिया और चंडीगढ़ नगर निगम में अपनी सत्ता स्थापित की।
Leave a Reply