जो काम मध्यप्रदेश में सिंधिया ने किया वही काम महाराष्ट्र में करेगा कांग्रेस का यह नेता?
मध्यप्रदेश में ज्योतिराज सिंधिया के इस्तीफे के बाद सियासत में हलचल तेज हो गई है! कमलनाथ सरकार को डर सता रहा है कि उनकी सरकार गिरने वाली है! और ऐसा ही डर अब महाराष्ट्र में भी सत्ताना शुरू हो गया है! आपको बता दे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस्तीफा दे दिया है! जिसके चलते 6 मंत्रियों समेत 20 विधायकों ने भी कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है! ऐसे में मध्यप्रदेश में हुए उलटफेर को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के अंदर नई ऊर्जा आ गई है! वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के खेमे में निराशा छाई हुई है! मध्य प्रदेश को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में महाराष्ट्र में नया उत्साह पैदा हो गया! जिसके चलते बीजेपी को लगता है कि जल्द ही उनके अच्छे दिन आने वाले हैं और वही कांग्रेस को लगता है कि मध्य प्रदेश की राजनीति का असर नहीं पड़ेगा! महाराष्ट्र की राजनीति सुरक्षित रहेगी!
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में शिवसेना के 56, कांग्रेस के 44 और एनसीपी के विधायकों ने मिलकर सरकार बनाई थी! लेकिन जिस तरह से और राजनीतिक हालात बदलते हुए दिखाई दे रहे हैं उसको देखते हुए लगता है कि महाराष्ट्र सरकार भी सुरक्षित नहीं है! आपको बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए 144 विधायकों की जरूरत होती है! परंतु शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन के पास 169 विधायकों का समर्थन प्राप्त है! लेकिन अहम बात यह है कि इनमें निर्दलीय विधायकों की संख्या काफी ज्यादा है! अगर निर्दलीय विधायक हटा दिए जाए तो इस महागठबंधन के पास 154 विधायक है! ऐसे में अगर मध्य प्रदेश की तरह पार्टी में विधायक बगावत करते हैं तो निर्दलीयों के आधार पर सरकार को बचाना मुश्किल हो जाएगा!
दरअसल, महाराष्ट्र में सरकार से कांग्रेस के कई सारे विधायक खुश नहीं है! कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चौहान भारत सरकार के खिलाफ कई बार बोल चुके हैं! यहां तक कि जब महाराष्ट्र सरकार ने अपना बजट पेश किया था तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चौहान ने उसके ऊपर भी सवाल उठा दिए थे! उनका कहना था कि इस बजट में रोजगार के लिए क्या किया गया? कई सारे ऐसे अवसर है जब पृथ्वीराज सरकार के ऊपर सवाल उठाते हुए नजर आए हैं! इतना ही नहीं बल्कि उनका साथ कांग्रेस खेमे की कई विधायक और नेता दे रहे हैं! हालांकि, महाराष्ट्र में कांग्रेस खेमे से जो नेताओं को मंत्री बनाया गया है वह बड़े दबे स्वर में सरकार के खिलाफ बोलते हैं!
जानकारी के लिए बता दे कि राजनीतिक जानकारों का कहना है कि जिस तरह से मध्य प्रदेश के सियासी हालात बदले हैं उसका असर महाराष्ट्र पर भी देखने को मिलेगा! क्योंकि महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी गठबंधन बनाने में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की अहम भूमिका है! जब यह दोनों नेता एक साथ थे लेकिन अब यह दोनों नेता आमने-सामने हैं! कमलनाथ को तो अपनी सरकार बचाना खुद मुश्किल हो रहा है! ऐसे में गुटबाजी काश महाराष्ट्र पर भी देखने को मिलेगा!
निष्कर्ष: मध्यप्रदेश में जिस तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थन उनके विधायक कर रहे थे! सिंधिया लगातार सरकार के ऊपर सवाल उठा रहे थे! तो ठीक ऐसा ही महाराष्ट्र में भी देखने को मिल रहा है! बस चेहरा बदल गया है! जी हां, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चौहान ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का चेहरा ले लिया है! पृथ्वीराज चौहान के साथ भी कांग्रेस खेमे के कई विधायक और नेता है! जो सिंधिया की तरह ही लगातार उनका साथ देते हैं!
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