
संवाददाता
महावन (मथुरा)। निर्धन परिवारों के पेट भरने के लिए राशन के चावल की कालाबाजारी के लिए ले जा रहे मामले का भंडा फूटने के बाद हड़कंप मच गया है। सस्ते गल्ले के कई संचालक अपने यहां के स्टॉक को संभाल रहे हैं कि वह तो अगले निशाने पर नहीं है। गौरतलब है कि जिले के ग्रामीण अंचल से आम तौर पर यह शिकायतें आती रहती है कि राशन बांटने वाले दुकानदार मनमानी कर रहे हैं। शिकायतों को जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय से जुड़े अधिकारी नजरादांज कर देते है।
इस वजह से सस्ते गल्ले की दुकानों के संचालकों के हौंसले बुलंद रहते हैं। महावन तहसील क्षेत्र के खाद्य आपूर्ति विभाग को मुखबिर से सूचना मिली कि पड़ोसी जनपद हाथरस के सादाबाद से एक ट्रक द्वारा दिल्ली के लिए सरकारी राशन का चावल बड़ी मात्रा में कालीबाजारी के लिए ले जाया जा रहा है। इस पर खाद्य आपूर्ति अधिकारी ने अपनी टीम के साथ सादाबाद रोड पर चेकिंग की गई।
चेकिंग के दौरान एक ट्रक सामने आया, जिसमें सरकारी राशन का चावल के लगभग 463 कट्टे मिले। विभाग ने अपनी जांच प्रारंभ की गई तो पता चला कि वह सरकारी चावल है जो कि सादाबाद से दिल्ली कालाबाजारी के लिए ले जा रहा था। जांच करने के बाद खाद्य आपूर्ति निरीक्षक गौरव माहेश्वरी ने थाना राया में 6 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है और चावल की बोरियों से भरे ट्रक और कालाबाजारी करने वाले छह लोगों को पुलिस के हवाले कर दिया। यदि इसी तरह से जिले के कई सस्ते गल्ले की दुकानों की जांच हो तो इसी तरह के भंडा फूट सकते हैं।
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