सलेमपुर में मिट्टी का खनन नहीं रूकने से क्षुब्ध था किसान
मथुरा। शहरों हो या फिर गांव सभी जगह आम रास्ता रोकना आम बात हो चली है। जिसका जी चाहा वहां अपने वाहनों को खड़ा कर दिया। चाहे किसी अन्य वाहन को निकलने में परेशानी क्यों न हो। इससे शहर व कस्बों में काफी लम्बा जाम लग जाता है। इससे किसी का जरूरी काम बाधित हो या किसी रोगी का वाहन न निकल सके और वह दम तोड़ दे। इसकी किसी वाहन चालक को चिंता नहीं हैं।
महानगर मथुरा वृंदावन में बाजारों में दुकान, नर्सिंग होम, शोपिंग कम्पलैक्स, माॅल अदि के सामने मोटर साइकिल, स्क्रूटी, कार आदि खड़ा की दिया जाता है। इनसे यहां रोजाना जाम लगना आम बात है। ऐसा होने से आये दिन झगड़े आदि की घटनाये होती रहती हैं। दो दिन पूर्व राया में जाम में भरतपुर के लोग अपने परिजन की अस्थियां गंगा में प्रवाहित करने जा रहे थे तभी उनकी कार दूसरी कार से टकरा गई जिससे काफी वाद विवाद हो गया। पुलिस तक मामला पहुंचने पर स्थानीय लोगों व पुलिस के समझाने पर मामला शांत हुआ। इन्हीं हालातों से जिले के गांव में भी अछूते नहीं है। ऐसा ही नजारा मंगलवार की सुबह गांव सलेमपुर में देखने को मिला। एक टैक्टर चालक ने अपना ट्रेक्टर इस लिए बीच रास्ते में खड़ा कर दिया कि उसके सामने से रोजाना अवैध मिट्टी खनन के ट्रक, ट्रैक्टर निकलते हैं। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों से की लेकिन किसी ने मिट्टी खनन करके ले जाने वाले ट्रक व ट्रैक्टरों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की।
सलेमपुर निवासी किसान शशि कुमार ने बताया कि गांव में मिट्टी का अवैध खनन चल रहा है। इससे प्रशासन व पुलिस के द्वारा रोका नहीं जा रहा है। बल्कि सुविधा शुल्क लेकर खनन कारियों को बढावा दिया जा रहा है। वह जो वाहन इस कार्य में लगे हैं उनसे गर्मी के मौसम में धूल उ़ड़ती रहती है। जिससे लोगों में सांस की बीमारी बन रही है। वहीं बच्चे खेलते रहते हैं इससे यहां कभी भी हादसा हो सकता है। इससे क्षुब्ध होकर उसने बीच सड़क पर टैक्टर खड़ा कर दिया और मिटटी ले जाने से वाहनों को रोक दिया। यहां होकर एक ट्रक मिट्टी लेकर आ गया। उसे रास्ता नहीं मिलने पर उसके चालक ने रोड़ पर ही अपने ट्रक को खडा कर दिया। काफी देर तक दोनों के मध्य वाद विवाद हुआ। कोई भी वहां से हटने को तैयार नहीं हुआ।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा मिटटी खनन पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद भी हाईवे थाना क्षेत्र के अन्तर्गत गांव सलेमपुर की प्याऊ के समीप से मिट्टी माफियाओं द्वारा बिना परिमीशन लिए खुले आम मिट्टी का खनन कारोबार जेसीबी चलाकर किया जा रहा है। ग्रामीणों की शिकायत पर न तो डीएम व एसडीएम ने इस सबंध में कोई कार्यवाही अवैध मिट्टी खनन माफियों के विरूद्ध की है। खनन माफियों के आगे पुलिस प्रशासन भी बौना साबित हो रहा हैं। यहां से होकर गुजरने वाले ट्रकों से पुलिस कर्मी सुविधा शुल्क वसूलते देखे जा सकते हैं।
जहां एक ओर खनन पर रोक का आदेश प्रमुख सचिब शासन द्वारा जारी किया जा चुका है, लेकिन अगर मिट्टी खनन की जरूरत किसान को पड़े तो कुछ हद तक उपजिलाधिकारी से सिर्फ दो-चार ट्राली मिटटी खोदने की परिमीश नही मिल पाती है। जबकि खनन माफियों द्वारा एक ट्रक की परिमीशन पर प्रतिदिन कई दर्जन ट्रकों के द्वारा मिट्टी ढोई जा रही है।
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